भारत सरकार के अमृत काल के पहले बजट में उत्तराखंड को रेल प्रोजेक्ट्स के लिए केंद्र सरकार ने 5004 करोड़ रुपये की सौगात दी है। उत्तराखंड को मिली इस सौगात के बाद जहां सामरिक महत्व की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट में तेजी आएगी तो वहीं हरिद्वार, देहरादून रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा साथ ही प्रदेश के कई अन्य स्टेशनों का भी कायाकल्प किया जाएगा। इस बार के बजट की खास बात यह भी है कि 2014 तक जहां राज्य को सालाना औसत 187 करोड़ रुपए का बजट मिलता था इस बार इसकी सीमा 5004 करोड़ रुपये की गई है।
उत्तराखंड में नई रेलवे लाइन और यात्री सुविधाओं के विकास के लिए 5400 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी गयी है, स्टेशन डेवलपमेंट योजना के तहत देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया जाएगा वहीं अन्य छोटे-बड़े स्टेशनों का पुनर्विकास भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त नौ अन्य स्टेशनों पर भी यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलने लगेंगी।
आपको बता दें की केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल बजट में मिलने वाली सौगात को लेकर कई राज्यों के डीआरएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की है जिसमे मुरादाबाद मंडल के डीआरएम अजय आनंद सहित अन्य राज्यों के मंडल डीआरएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। वीसी के दौरान केंद्रीय मंत्री ने सभी राज्यों के डीआरएम को रेल बजट की जानकारी दी।
मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन के मुताबिक, अमृत भारत योजना के तहत कोटद्वार रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन पुरानी सिग्नल प्रणाली की जगह कंप्यूटर के जरिये किया जाएगा। इसके लिए रेलवे की ओर से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब बहुप्रतीक्षित रुड़की-देवबंद रेल परियोजना के निर्माण कार्यों को भी गति मिलेगी। रुड़की रेलवे स्टेशन पर दो नए प्लेटफार्म का निर्माण करने के साथ ही नए फुट ओवर ब्रिज, स्वचालित सीढ़ी का निर्माण किया जाएगा।देहरादून से चलने वाली कई ट्रेनों का संचालन भी हर्रावाला से ही किया जाएगा। देहरादून से केवल चुनिंदा ट्रेनें ही चलेंगी। देहरादून से चलने वाली 24 कोच की ट्रेनें हर्रावाला से संचालित होंगी रेलवे मुख्यालय द्वारा साल के आखिरी तक इसकी डीपीआर तैयार कर दी जाएगी।
इस बजट से हरिद्वार, देहरादून रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा। अजय नंदन बताते हैं कि हरिद्वार और देहरादून स्टेशन के ठीक ऊपर 45 से लेकर 117 मीटर चौड़ा रूप टॉप प्लाजा बनेगा। इसमें खानपान के साथ विश्राम करने की सुविधा होगी साथ ही सभी स्टेशनों पर यात्रियों को उत्तराखंड की विरासत की झलक से रूबरू होने का मौका भी मिलेगा। वहीं इस सुविधा का इस्तेमाल यात्रियों के साथ-साथ आमजन भी कर सकेंगे।