पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) — राष्ट्रीय जनसंपर्क अधिवेशन 2025: राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पुष्कर सिंह धामी से शिष्टाचार भेंट की

Our News, Your Views

पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) — राष्ट्रीय जनसंपर्क अधिवेशन 2025: राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पुष्कर सिंह धामी से शिष्टाचार भेंट की

देहरादून, 28 नवंबर 2025 – आज राजधानी देहरादून में पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शिष्टाचार भेंट कर उन्हें आगामी राष्ट्रीय जनसंपर्क अधिवेशन का औपचारिक आमंत्रण दिया। यह परंपरागत सम्मेलन 13, 14 और 15 दिसंबर 2025 को देहरादून में आयोजित किया जाना है। PRSI का प्रतिनिधिमंडल राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के नेतृत्व में था, जिन्होंने मुख्यमंत्री को अधिवेशन का ब्रोशर भेंट किया और संस्था की गतिविधियों व उद्देश्यों से अवगत कराया।

अधिवेशन का विषय एवं महत्व

इस वर्ष के अधिवेशन का मुख्य विषय तय हुआ है — “विकसित भारत @ 2047 में जनसंपर्क की भूमिका”। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस सम्मेलन में देशभर के विभिन्न राज्यों से अनुमानित 300 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। साथ ही, उत्तराखंड के रजत-जयंती वर्ष को ध्यान में रखते हुए, राज्य की विकास यात्रा, उपलब्धियों व भविष्य की संभावनाओं पर विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।

PRSI को भारत के जनसंपर्क पेशेवरों का एक राष्ट्रीय संगठन माना जाता है, जिसकी स्थापना 1958 में हुई थी और बाद में यह एक संवैधानिक संस्था बन गयी। यह संगठन जनसंपर्क को केवल सूचना प्रसार का साधन नहीं, बल्कि समाज, सरकार और जनता के बीच विश्वास, संवाद और सकारात्मक दृष्टिकोण कायम करने का पुल मानता है।

मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण — जनसंपर्क व मीडिया सेक्टर पर जोर

भेंट समारोह के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आगामी अधिवेशन का देहरादून में होना बहुत सकारात्मक है। उन्होंने यह विश्वास जताया कि जनसंपर्क — विशेषकर मीडिया, जनसंपर्क नेटवर्क्स और डिजिटल प्लेटफार्म — देश को 2047 के लक्ष्य की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पर्यटन, संस्कृति और स्थानीय उत्पादों की प्रभावी ब्रांडिंग के लिए जनसंपर्क माध्यम और मीडिया का उपयोग बहुत अहम होगा।

उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग, आम जनता से संवाद, फेक न्यूज की रोकथाम, और मीडिया-जनसंपर्क क्षेत्र में बढ़ रहे एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के प्रभाव पर भी यह अधिवेशन विचार विमर्श का अवसर दे सकता है।

PRSI का उद्देश्य और राज्य में अपेक्षित असर

  • PRSI देश की प्रमुख जनसंपर्क संस्था है, जो सार्वजनिक व निजी क्षेत्र, कॉर्पोरेट्स, मीडिया, अकादमिक क्षेत्र तथा स्वतंत्र पीआर कंसल्टेंट्स को एक मंच पर लाती है। इसका उद्देश्य जनसंपर्क को एक मान्यता प्राप्त व्यावसायिक और रणनीतिक गतिविधि के रूप में स्थापित करना है।

  • यह सम्मेलन न केवल पेशेवर संवाद और नेटवर्किंग का अवसर देगा, बल्कि जनसंपर्क के बदलते स्वरूप — डिजिटल मीडिया, सोशल मीडिया, एम्प्लॉयर–पब्लिक कम्यूनिकेशन, क्राइसिस कम्युनिकेशन आदि — पर विचार-विमर्श और सीखने का मंच भी प्रदान करेगा।

  • विशेष रूप से उत्तराखंड जैसे राज्य के लिए, जहाँ पर्यटन, संस्कृति और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देना है, PRSI अधिवेशन एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है — ताकि जनसंपर्क, ब्रांडिंग व मीडिया रणनीतियाँ विकसित की जा सकें।

इस भेंट और आमंत्रण से स्पष्ट हुआ है कि PRSI का प्रस्तावित राष्ट्रीय जनसंपर्क अधिवेशन 2025 सिर्फ एक सम्मेलन नहीं, बल्कि देश में जनसंपर्क और संचार जगत के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है — जो भारत के विकास लक्ष्यों, उत्तराखंड के सांस्कृतिक व आर्थिक विकास और मीडिया-जनसंपर्क के विकास के दृष्टिकोण को नई दिशा दे सकती है। स्वत: यह आयोजन उन पेशेवरों, मीडिया प्रतिनिधियों, युवाओं और उन सभी के लिए अहम साबित हो सकता है, जो जनसंपर्क, सार्वजनिक संवाद और सूचना-व्यवस्थापन में योगदान देना चाहते हैं।


Our News, Your Views