बीते शनिवार को गैरसैण की ठंडी हवाओं के बीच परवान चढ़े गर्म सियासी माहौल के बाद आखिरकार आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके साथ ही लगातार लगायी जा रही अटकलों के बाजार को विराम मिलता नज़र आया हालांकि अभी “कौन बनेगा अगला मुख्यमंत्री” पर कयासबाज़ी जारी हैं। वहीँ उम्मीद जताई जा रही है कि एक या दो दिनों में नए नेता के नाम पर फैसला हो जायेगा।
नए मुख्यमंत्री के लिए सांसद अनिल बलूनी, अजय भट्ट और प्रदेश सरकार के मंत्री धन सिंह रावत प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। आज रात तक केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह और दुष्यंत गौतम के देहरादून पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद कल या परसों उत्तराखंड बीजेपी विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री का फैसला होगा।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद ट्वीट कर कहा, ‘उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राजभवन में भेंट कर मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र सौंपा। श्री रावत का इस्तीफा स्वीकार करते हुए उनसे राज्य में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति होने एवं पदभार ग्रहण करने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।’
ख़बरें हैं की केंद्रीय नेतृत्व ने पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाने का फैसला लिया। पर्यवेक्षकों ने कोर ग्रुप और प्रमुख विधायकों-सांसदों की राय के आधार पर केंद्रीय नेतृत्व को बताया है कि राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर बीजेपी की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते पार्टी अगला चुनाव हार सकती है। इसके बाद से ही राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की भूमिका बनने लगी जिसका खामियाज़ा त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के रूप में चुकाना पड़ा। हालाँकि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली दौड़ लगाकर इस संकट से निपटने की भरपूर कोशिश की सोमवार देर शाम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी की थी मगर आखिरकार उनकी यह तमाम कसरत भी उन्हें इस संकट से निजात न दिला पायी और आखिरकार उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने ऐसे समय पर इस्तीफा दिया है जब नौ दिन बाद ही उनके चार साल का कार्यकाल पूरा होने वाला था। बता दें कि साल 2000 में राज्य गठन के बाद से कांग्रेस के नारायण दत्त तिवारी के अलावा कोई भी मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है।
वहीँ मुख्य विपक्षी दल भी इस मौके पर सरकार पर तंज कसने का मौका नहीं छोड़ रहा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का एक ट्वीट बहुत तेजी से वायरल होने लगा है।
जहाँ राज्य के लिए आने वाले अगले कुछ दिन बहुत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं जिसमे राज्य के अगले मुख्यमंत्री का चुनाव होना है तो वहीँ बीजेपी में मुख्यमंत्री के तौर पर तीन नाम सबसे आगे चल रहे हैं। माना जा रहा है कि राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत में से किसी को राज्य के अगले मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इसके अलावा सतपाल महाराज और रमेश पोखरियाल “निशंक” का नाम भी रेस मे शामिल बताया जा रहा है।