उत्तराखण्ड में आज से कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुल गए हैं। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक पढाई ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरीके से होगी। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल खुलने पर स्कूल प्रशासन भी अलर्ट मोड़ में हैं, और स्कूलों को पहले ही सैनिटाइज किया गया है। देहरादून स्थित दयानन्द कन्या इण्टर कॉलेज में आज छात्राएं स्कूल पहुंची हैं, हालांकि यह संख्या कम थी, लेकिन स्कूल पहुंचने वाली छात्राएं स्कूल खुलने पर काफी उत्साहित नजर आई।
दयानन्द कन्या इण्टर कॉलेज की प्रिंसिपल सुमन लता ने बताया कि स्कूल खोलने से पहले पूरे स्कूल को सैनिटाइज किया गया है। स्कूल में साफ-सफाई की गई है, स्कूल पहुंचने वाले विद्यार्थियों को स्कूल गेट पर सैनिटाइज व थर्मल स्कैंनिंग के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा है। आज स्कूल खुलने का पहला दिन है, अभिभावक अभी बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहें हैं, लेकिन उम्मीद है आने वाले दिनों में अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजेंगे और स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ेगी। वहीं कॉलेज पहुंची छात्राओं ने स्कूल खुलने पर खुशी जताई है, छात्राओं का कहना है कि जब से स्कूल खोलने की जानकारी उन्हें मिली तब से ही वह स्कूल आने को लेकर काफी उत्सुक थे।
वहीं बड़ी संख्या में अभी अभिभावक एवं अभिभावक संघ बच्चों को स्कूल न भेजने पर अडिग है। अभिभावक संघ का कहना है कि स्कूलों द्वारा परिजनों से सहमति पत्र भरवाया जा रहा है, और यदि आपका बच्चा संक्रमित होता है तो उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। इससे परिजनों को सख्त ऐतराज है, इसलिए अधिकांश परिजनों का कहना है कि वह बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। अभिभावक संघों का कहना है कि स्कूलों के दबाव में फैसले लिए जा रहे हैं, स्कूलों को बच्चों की कतई फिक्र नहीं है।