सेल्फी लेना वैसे तो काफी मजेदार होता है, मगर कभी-कभी यह जानलेवा भी साबित हो जाता है. सेल्फी लेने की सनक में अक्सर लोग मौत के गले लगा लेते हैं। सेल्फी लेने की धुन में वे नहीं जान पाते की उनके और मौत के बीच में बस एक छोटी सी गलती का फासला है। ऐसी ही एक छोटी सी गलती आज मालदेवता में एक 22 वर्षीय युवक पर भारी पड़ गयी और वह अपनी जान गवां बैठा।
देहरादून के मालदेवता में आज नदी में पैर फिसलकर नदी मे गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। उक्त युवक के परिचितों द्वारा बताया गया कि हम यहां मूर्ति विसर्जन के लिए आए थे। हम सभी टर्नर रोड क्लेमन टाउन के निवासी है, हमारे साथ शुभम पुत्र पूरण गौतम उम्र करीब 22 वर्ष भी आया था, जो नदी में फोटो लेने के लिए गया था और अचानक पैर फिसल जाने से वह बह गया।
पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर घटनास्थल से 8 किलोमीटर दूर युवक का शव बरामद किया है। देहरादून के रायपुर थाना पुलिस को लगभग 4 बजे एक युवक के सेल्फी लेने के चक्कर में पैर फिसलकर नदी में बहने की सूचना मिली। सूचना पर तत्काल थानाध्यक्ष रायपुर आवश्यक उपकरणों एवं पुलिस बल सहित घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल के परीक्षण पर पाया कि घटनास्थल जनपद टिहरी क्षेत्र अंतर्गत है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों एवं उक्त युवक के परिचितों द्वारा बताया गया कि हम यहां मूर्ति विसर्जन के लिए आए थे। हम सभी टर्नर रोड क्लेमन टाउन के निवासी है, हमारे साथ शुभम पुत्र पूरण गौतम उम्र करीब 22 वर्ष भी आया था, जो नदी में फोटो लेने के लिए गया था और अचानक पैर फिसल जाने से वह बह गया। इस सूचना पर क्षेत्राधिकारी नेहरू कॉलोनी पल्लवी त्यागी भी मौके पर पहुंची।
क्षेत्राधिकारी नेहरू कॉलोनी पल्लवी त्यागी के निकट पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष रायपुर अमरजीत सिंह एवं वरिष्ठ उप निरीक्षक रायपुर अजय रावत द्वारा पुलिस बल एवं आवश्यक उपकरणों के नदी के किनारे- किनारे नीचे की तरफ बहे व्यक्ति शुभम की खोज प्रारंभ की। इस बीच स्थानीय लोगों द्वारा भी सूचना दी गई कि एक लड़का रायपुर स्टेडियम से आगे पुल के नीचे बहता हुआ देखा गया है। इस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त स्थान पर नदी के किनारे किनारे उक्त लड़के को तलाश किया गया तो पुल से करीब 1 किलोमीटर नीचे एक लड़का नदी किनारे अटका दिखाई दिया, जिसे रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है। अग्रिम आवश्यक कार्यवाही की जा जारी है। मालदेवता से आगे जिस स्थान से शुभम नदी में बहा था, वहां से उसका शव करीब 8 किलोमीटर नीचे रायपुर स्टेडियम पुल से नीचे से बरामद हुआ।