उत्तराखंड आईएएस काडर में हालांकि, राधा रतूड़ी सबसे वरिष्ठ नौकरशाह हैं, लेकिन मध्यप्रदेश काडर की रही राधा काडर परिवर्तन के चलते अपने 88 बैच में सबसे नीचे पायदान पर आ गई थी। आईएएस रतूड़ी ने अपनी सादगी से भी अलग पहचान बनाई है। उनका रिटायरमेंट मार्च, 24 में है।
उत्तराखंड में इससे पहले भी कई सीनियर महिला आईएएस अफसर रही हैं, पर वे मुख्य सचिव की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाई। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी राधा रतूड़ी का ब्यूरोक्रेसी का टाप बास बनाने का सिग्नल दे चुके हैं। विदित है कि राधा रतूड़ी के पति अनिल रतूड़ी भी पुलिस महानिदेशक पद से रिटायर हुए थे। मौजूदा मुख्य सचिव डा. संधु भी 88 बैच के आईएएस हैं, एक्सटेंशन के बाद उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है।
उत्तराखंड में ब्यूरोक्रेसी का चीफ कौन होगा इस पर अब सस्पेंस खत्म होने जा रहा है. फिलहाल प्रदेश में डॉ एसएस संधू मुख्य सचिव की जिम्मेदारी देख रहे हैं. 31 जनवरी को उनका सेवा विस्तार खत्म होने जा रहा है. ऐसे में मुख्य सचिव एसएस संधू को फिर से दूसरा सेवा विस्तार मिलेगा या फिर नंबर टू पोजीशन पर मौजूद राधा रतूड़ी की ताजपोशी की जाएगी।इस पर सस्पेंस खत्म हो गया है राधा रतूड़ी का नया मुख्य सचिव बनना तय है।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी 1988 बैच की IAS अधिकारी हैं। उन्होंने प्रदेश में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी संभाली हैं। फिलहाल वो मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को भी वह देख रही हैं। राधा रतूड़ी के फेवर में ये तथ्य भी महत्वपूर्ण है कि राज्य में सबसे सीनियर आईएएस अधिकारी के तौर पर एसएस संधू के बाद वही मौजूद हैं।