यादों के झरोखों से-ख़त्म होते सिनेमा हॉल 

करीब 72 वर्षों तक अपने सिनेमायी कौशल से दून-वासिंदों को मनोरंजन का खूबसूरत अहसास देने के बाद आखिरकार प्रभात सिनेमा…