राजस्थान में नवीकरणीय अक्षय सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास में टीएचडीसी और आरआरईसीएल मिलकर कार्य करेंगे। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल), राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड (आरआरईसीएल) के साथ संयुक्त उपक्रम के रूप में राजस्थान में दस हजार मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा पार्क परियोजनाएं स्थापित करेगा।इसके लिए करीब 40 हजार करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश का करार हुआ है।
टीएचडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव विश्नोई की अथक मेहनत और प्रयासों के बाद अब टीएचडीसी राजस्थान में 10 हजार मेगावाट के नवीकरणीय ऊर्जा पार्क और परियोजनाओं को स्थापित करने जा रहा है। करीब 40 हजार करोड़ रुपये के इस अनुमानित निवेश के लिए टीएचडीसीआइएल ने आरआरईसीएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। बताया गया कि देश में दस हजार मेगावाट की नवीकरण ऊर्जा परियोजना का यह पहला सबसे बड़ा समझौता है वहीं इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10 हजार रोजगार के अवसर सृजित करेगा, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेंगे।
टीएचडीसी के कॉरपोरेट कार्यालय में हुए एक कार्यक्रम में समझौता ज्ञापन पर टीएचडीसीआईएल की ओर से हाइब्रिड एनर्जी बिजनेस महाप्रबंधक संजय खेर, आरआरईसीएल की ओर से निदेशक तकनीकी सुनित माथुर ने हस्ताक्षर किए। राजस्थान सरकार के अपर मुख्य सचिव व आरआरईसीएल के सीएमडी डा. सुबोध अग्रवाल ने टीएसडीसीआइएल के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में हुई इस नई पारी की शुरुआत पर खुशी जताई।
टीएचडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव विश्नोई ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा पार्कों का कार्यान्वयन स्पेशनल पर्पस व्हीकल एसपीवी के माध्यम से आरआरईसीएल के साथ संयुक्त उपक्रम कंपनी के रूप में किया जाएगा। कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में निगम द्वारा यह महत्वपूर्ण कदम है। इससे देश के हरित ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहयोग मिलेगा। ऊर्जा, खान एवं पेट्रोलियम विभाग राजस्थान के अपर मुख्य सचिव डा. सुबोध अग्रवाल ने सहयोग का आश्वासन दिया। निदेशक वित्त टीएचडीसीआईएल जे बेहेरा ने कहा कि यह राजस्थान सरकार के साथ हमारे आपसी संबंधों की शुरुआत है। इस अवसर पर ईडी एलपी जोशी, अपर महाप्रबंधक कॉरपोरेट संचार डा. एएन त्रिपाठी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।