देहरादून/ इस वर्ष हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के कपाट 25 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे। गुरुवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने मुलाकात कर इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10 अक्तूबर को गुरुद्वारे के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
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यात्रा की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा—
मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक में हेमकुंड साहिब यात्रा की व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें चिकित्सा सेवाएं, आपातकालीन सेवा, शिविर और आवास सुविधाएं, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि हेमकुंड साहिब यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि हेमकुंड साहिब की यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएंगे।
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सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब की विशेषता—
हेमकुंड साहिब एक प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल है, जो हिमालय की ऊंची चोटियों पर स्थित है। यह गुरुद्वारा सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह को समर्पित है। हर साल हजारों श्रद्धालु इस पवित्र स्थल के दर्शन के लिए कठिन यात्रा तय करते हैं।
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इस वर्ष 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से श्रद्धालुओं को एक बार फिर इस दिव्य स्थल के दर्शन का अवसर मिलेगा। प्रशासन द्वारा यात्रा को सुगम बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं, जिससे श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के इस पवित्र यात्रा को संपन्न कर सकें।