उत्तराखंड में गर्मी का कहर लगातार जारी है। विशेषकर मैदानी क्षेत्रों में भीषण गर्मी का प्रकोप बना हुआ है। लू के थपेड़ों से जनजीवन अस्त व्यस्त है। कई वर्षों बाद जून में दून के अधिकतम तापमान में तेजी आई है। अत्यधिक गर्मी की चेतावनी के मद्देनज़र लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। इस बीच, बढती गर्मी के कारण राज्य में कहीं-कहीं जंगलों में आग की घटनांए भी सामने आई हैं।
मैदानी क्षेत्रों में भीषण गर्मी का प्रकोप बना हुआ है। लू के थपेड़ों से जनजीवन अस्त व्यस्त है। अगले दो से तीन दिन दून समेत अन्य मैदानी क्षेत्रों में पारे में और इजाफा होने की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने दोपहर 12 से चार बजे के बीच घर से बाहर कम ही निकलने की सलाह दी है। अगले दो से तीन दिन दून समेत अन्य मैदानी क्षेत्रों में पारे में और इजाफा होने की संभावना जताई गई है।
इस बीच, बढती गर्मी के कारण राज्य में कहीं-कहीं जंगलों में आग की घटनांए भी सामने आई हैं। पिछले चौबीस घण्टों में उत्तरकाशी की डुण्डा रेंज, नैनीताल जिले की मनोरा और गंगोली रेंज तथा पौड़ी जिले की श्रीनगर रेंज में वनाग्नि की घटनांए दर्ज की गई हैं। आग पर नियंत्रण पाने के प्रयास किया जा रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेशभर में फिलहाल मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है। केवल पर्वतीय जनपद उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में ऊंचाई वाले स्थानों पर कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।