हल्द्वानी में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन अब भारी पड़ सकता है। पुलिस ने यातायात व्यवस्था को सख्त करने के लिए नया नियम लागू किया है, जिसके तहत नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों को सीधा ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

इन नियमों के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
हल्द्वानी पुलिस ने साफ किया है कि ओवरस्पीडिंग, बिना हेलमेट, रेड सिग्नल जंप, नो-एंट्री में प्रवेश, और गलत पार्किंग जैसे मामलों में अब किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
नियम तोड़ने पर क्या होगी सजा?
अगर कोई वाहन चालक लगातार नियमों की अवहेलना करता है तो ड्राइविंग लाइसेंस (DL) और अन्य जरूरी दस्तावेज रद्द कर दिए जाएंगे। इस स्थिति में संबंधित व्यक्ति छह महीने तक वाहन नहीं चला पाएगा। पुलिस कंट्रोल रूम की टीम सीसीटीवी फुटेज की मदद से वाहन नंबर के जरिए चालक की पूरी जानकारी निकालेगी और जुर्माने की प्रक्रिया शुरू करेगी।

तीन साल में 26,000 से ज्यादा मामले
नैनीताल जिले में पिछले तीन वर्षों में 26,000 से अधिक ट्रैफिक नियम उल्लंघन के मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें बिना हेलमेट बाइक चलाना, ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, रैश ड्राइविंग, शराब पीकर वाहन चलाना, बिना ड्राइविंग लाइसेंस (DL) गाड़ी चलाना और नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने जैसे गंभीर मामले शामिल हैं।
ट्रैफिक जाम और पुलिस की सख्ती
हाल ही में सिंधी चौक पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया, जहां एक कार चालक की गलत पार्किंग के कारण पुलिस वाहन भी फंस गए। ट्रैफिक पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वाहन को हटवाया और संबंधित चालक पर जुर्माना लगाया।

एसएसपी का बयान
नैनीताल एसएसपी पीएन मीणा ने कहा,
“ट्रैफिक नियमों का जानबूझकर उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।”
ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन से बचने के लिए करें ये उपाय
✅ हमेशा हेलमेट और सीट बेल्ट का इस्तेमाल करें।
✅ ट्रैफिक सिग्नल और स्पीड लिमिट का पालन करें।
✅ नो-एंट्री और गलत पार्किंग से बचें।
✅ यातायात नियमों की जानकारी रखें और सुरक्षित ड्राइव करें।
हल्द्वानी में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस की यह सख्ती कितनी प्रभावी होगी, यह आने वाले समय में देखने को मिलेगा, लेकिन फिलहाल यह साफ है कि नियम तोड़ने वालों के लिए अब मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।