उत्तरकाशी धराली आपदा: पांचवें दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, सेना-आईटीबीपी समेत कई एजेंसियां मोर्चे पर

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उत्तरकाशी धराली आपदा: पांचवें दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, सेना-आईटीबीपी समेत कई एजेंसियां मोर्चे पर

उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई भीषण आपदा के पांचवें दिन भी राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। इस त्रासदी ने कई जिंदगियां छीन ली हैं, वहीं लापता लोगों की तलाश के लिए सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं।

भारतीय सेना की राजपूताना राइफल्स के 125 जवान, घातक टीम के 10 जवान, स्पेशल फोर्स के 30 जवान और BEG रुड़की के 250 जवान मलबे और कीचड़ में दबे लोगों को खोज रहे हैं। इसके अलावा सेना के 75 जवान और 7 खोजी कुत्ते भी रेस्क्यू में लगे हैं। आईटीबीपी के 113 जवान पैदल मार्गों से प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचकर राहत सामग्री और सहायता पहुंचा रहे हैं।

पिछले दो दिनों में 729 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। धराली और आसपास के क्षेत्रों में डॉग स्क्वायड तैनात है, जो मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहा है।

5 अगस्त को आई आपदा के बाद हर्षिल में एक झील भी बन गई है। उत्तराखंड सरकार ने जानकारी दी कि आज सुबह 8 बजे तक 52 लोगों को आईटीबीपी मातली में स्थानांतरित किया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दलों के साथ-साथ सभी आवश्यक राहत सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

इसी बीच, राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) हैदराबाद से जीपीआर रडार आज दोपहर करीब 12 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेगा, जो रेस्क्यू ऑपरेशन में तकनीकी मदद देगा।

धराली क्षेत्र में त्रासदी के बाद आपसी एकजुटता भी देखने को मिल रही है। सोमेश्वर मंदिर में आपदा प्रभावित लोग एक साथ रह रहे हैं। महिलाओं ने मंदिर के कीर्तन मंडली कक्ष को रसोई में बदल दिया है, जहां लगभग 150 लोगों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है। प्रभावित ग्रामीणों ने संकल्प लिया है कि वे अलग-अलग न रहकर एकजुट होकर इस संकट का सामना करेंगे।


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