स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार धराली पहुंचे, रक्षाबंधन पर संभाली राहत मोर्चे की कमान
उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार शनिवार को रक्षाबंधन के दिन सीधे ग्राउंड जीरो धराली पहुंचे। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यों का जिम्मा अपने हाथों में लेते हुए उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद SDRF, NDRF, ITBP व स्थानीय स्वयंसेवकों का उत्साह बढ़ाया।
शनिवार को चिन्यालीसौड़ हेलीपैड पर 158 और मातली हेलीपैड पर 170 लोग पहुंचे, जिनका स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें सुरक्षित उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया। धराली पहुंचते ही चिकित्सा स्टाफ और महिलाओं ने स्वास्थ्य सचिव को राखी बांधकर अपना स्नेह जताया। इस पर डॉ. कुमार ने आश्वासन दिया, “स्वास्थ्य विभाग आपके साथ खड़ा है, ज़रूरत पड़ी तो चौबीसों घंटे यहां रहेंगे।”
जवानों के साथ भोजन, जज़्बे की सराहना
निरीक्षण के दौरान उन्होंने SDRF, NDRF और ITBP के जवानों से मुलाकात कर उनके कार्य की प्रशंसा की और उनके साथ दोपहर का भोजन भी किया। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी आपकी सेवा भावना अनुकरणीय है।
घायलों से मुलाकात, दीर्घकालिक स्वास्थ्य योजना का ऐलान
धराली में घायल और बीमार लोगों से मिलकर स्वास्थ्य सचिव ने भरोसा दिलाया कि सभी बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत और निरंतर उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, उन्होंने इस क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक स्वास्थ्य योजना तैयार करने की घोषणा की, ताकि भविष्य में आपदा जैसी स्थिति में किसी को भी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भटकना न पड़े।
राहत शिविरों का निरीक्षण और स्वास्थ्य परीक्षण
धराली पहुंचने से पहले डॉ. कुमार ने चिन्यालीसौड़ और मातली स्थित ITBP राहत शिविरों का निरीक्षण किया। यात्रियों व आपदा प्रभावित लोगों का हालचाल लिया, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। यहां मौजूद महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने भी उन्हें राखी बांधी। उन्होंने कहा, “त्योहार पर घर से दूर रहकर सेवा में जुटी हमारी टीम का यह समर्पण अविस्मरणीय है।”
24 घंटे तैनात स्वास्थ्य टीमें
स्वास्थ्य विभाग ने चिन्यालीसौड़ से धराली तक विशेषज्ञ डॉक्टरों के नेतृत्व में कई टीमों की तैनाती की है, जो चौबीसों घंटे स्वास्थ्य जांच, उपचार और सहायता में लगी हैं। जिला चिकित्सालय में भी उन्होंने घायलों का हालचाल लिया और प्रमुख अधीक्षक को निर्देश दिए कि किसी भी मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा में कोई कमी न रहे।