WHO प्रमुख टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने सोमवार को जिनेवा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा जिस तरह दुनिया भर में नेता महामारी से निपटने के उपाय कर रहे हैं उससे लोगों का भरोसा कम हो गया है। दुनिया के कई देश कोरोना से निपटने के मामले में गलत दिशा अपना रहे हैं और कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे साबित हो रहा है की जिन एहतियात,उपाय को किया जाना चाहिए उनका पालन नहीं किया जा रहा है।
डॉ टेड्रोस कहते हैं की— “कोरोना वायरस अब भी नंबर वन दुश्मन है, लेकिन दुनियाभर की सरकारें जिस तरह कदम उठा रही हैं उससे ये आभास नहीं होता कि कोरोना को ये गंभीर खतरे की तरह ले रहे है”
वे चेतावनी देते हैं कि — “सोशल डिस्टेंसिंग,हाथ धोना और मास्क पहनना इस महामारी से बचने का सबसे कारगार तरीका है और इसे गंभीरता से लिए जाने की जरुरत है। “निकट भविष्य में नहीं लगता कि पहले की तरह सब कुछ सामान्य हो जायेगा अगर बुनियादी चीजों का पालन नाही किया गया तो नहीं लगता की कोरोना थमेगा, बल्कि यह बढ़ेगा और बदतर होता जायेगा।
वहीँ who के आपातकालीन निदेशक माइक रायन कहते हैं —“हमें वायरस के साथ कैसे जीना है इसे सीखना होगा। यह उम्मीद करना कि वायरस को ख़त्म किया जा चुका है या कुछ महीनो में प्रभावी वैक्सीन तैयार हो जाएगी ,यह सच नहीं है”
उन्होंने कहा —“अभी तक पता नहीं है कि कोरोना वायरस से ठीक होने वालों में इम्युनिटी बन रही है या नहीं और अगर बन भी रही है तो पता नहीं कि कब तक प्रभावित रहेगी” उन्होंने दुनिया की सरकारों से कहा की वे स्पस्ट और मजबूत रणनीति बनायें और उसका पालन करें। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि नागरिक गाइडलाइन्स का पालन करें और इसकी गंभीरता को समझें।
सोमवार को लंदन के किंग्स कॉलेज के वैज्ञानिकों ने अपनी एक रिपोर्ट का हवाला देकर बताया कि कोरोना से ठीक हुए मरीजों में बनी इम्युनिटी छोटी अवधि के लिए हो सकती है। वैज्ञानिकों ने 96 लोगों पर अध्ययन किया कि शरीर कैसे एंटीबॉडीज के जरिये स्वाभाविक रूप से कोरोना का सामना करता है और यह कितने दिनों तक टिकता है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ कि पीड़ित मरीज ठीक होने के बाद कब तक ठीक रह सकते है। स्टडी में शामिल सभी लोगों में मिले एंटीबॉडीज कोरोना वायरस को रोक तो सकते थे लेकिन तीन महीने की अवधि में इनका स्तर कम होने लगा।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमितों के हिसाब से भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश है। देश में कुल संक्रमितों की संख्या नौ लाख के पार पहुंच गयी है, स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक 9 लाख 6 हज़ार 752 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।