‘घसियारी’

Our News, Your Views

पहाड़ और पहाड़ जैसा जीवन
गांव आज भी महिला शक्ति के सहारे हैं
भोर से पहले जागना और अंतिम पहर सोना यही उनका जीवन है
पूरा भार खुद उठाने में सक्षम
जीवटता से भरी हुई
नारी तुझे सलाम

Our News, Your Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *