अगर आप को पहाड़ों की मनमोहक ख़ूबसूरती देखने के साथ-साथ पानी की लहरों के साथ खेलने के शौकीन है, तो आपकी लिए एक अच्छी खबर है कल रविवार 12 जुलाई से प्रशासन ने “टिहरी झील” को बोटिंग के लिए खोल दिया है। गौरतलब है की कोरोना काल के चलते प्रशासन ने टिहरी झील में स्पोर्ट्स एक्टिविटी सहित अन्य गतिविधियों पर रोक तीन माह से ज्यादा (17 मार्च) समय से हुए लगाई हुई थी।
घूमने और एडवेंचर के शौकीनों के आलावा यह झील यहाँ के स्थानीय निवासियों के लिए आजीविका का साधन भी है। हालाँकि अभी कुछ कोरोना से सम्बंधित सावधानियों को अपनाने के बाद ही आपको इसका मज़ा लेने की इज़ाज़त होगी हालांकि अभी उत्तराखंड वासियों के ही लिए वाटर स्पोर्ट्स एडवेंचर को खोला गया है।
प्रशासन की इस पहल का निश्चिंत ही वहां के लोकल व्यवसायों को लाभ होगा जो कोरोना महामारी के बाद से अपने व्यवसाय को लेकर एक अनिश्चितता की उदासी में डूब गए थे।
इस झील को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक साल भर आते हैं, एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीनों के लिए यह मनमोहक वादियों में एक शानदार और यादगार स्पोर्ट्स एक्टिविटी होती है , जहाँ वे प्रकृति के साथ आनद लेते हए लहरों के साथ खेलते है।
उत्तराखंड केवल देवभूमि ही नहीं बल्कि प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर नदियों और पर्वतों की भूमि भी है | टिहरी शहर भागीरथी एवं भिलंगना नदियों के संगम पर बसा एक छोटा सा शहर था | विश्व के बड़े बांधों में शामिल टिहरी बाँध के निर्माण के फलस्वरूप टिहरी शहर पानी में डूब गया तथा टिहरी झील जिसे आज “सुमन सागर” के नाम से जाना जाता है, का निर्माण हुआ।
टिहरी झील में बोटिंग, जेट स्कीइंग से हॉट एयर बैलून सवारी तक कई अलग-अलग और विविध गतिविधियां शामिल हैं। टिहरी झील पर जाने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून के ग्रीष्मकालीन महीनों में है मगर सैलानियों के लिए अब यह एक खूबसूरत दर्शनीय स्थल बन गया है जिसका आनंद वह वर्षभर लेते है।