टिहरी गढ़वाल के कोटी कॉलोनी में शुक्रवार को तीसरे ‘टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप 2024’ का समापन समारोह भव्य रूप से संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विजेताओं को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने ओवरऑल चैम्पियनशिप में पुरुष एवं महिला वर्ग के प्रथम और द्वितीय स्थान विजेताओं को ट्रॉफी और मेडल प्रदान कर प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि टिहरी झील न केवल ऊर्जा उत्पादन और जल प्रबंधन में महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन और साहसिक खेलों की दृष्टि से प्रदेश की आर्थिकी और रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभा रही है।
मुख्यमंत्री की घोषणाएं—
मुख्यमंत्री ने खेल और स्थानीय विकास को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की, जिनमें शामिल हैं—
- टिहरी मेडिकल कॉलेज की सड़कों का हॉट मिक्सिंग
- नई टिहरी में खेल मैदान और मल्टी पार्किंग का निर्माण
- टिहरी-चंबा क्षेत्र के लिए 50 वर्षों की दृष्टि से जायका की मदद से पेयजल पंपिंग योजना का निर्माण
खेल विकास और नई नीतियां—
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में नई खेल नीति लागू की गई है, जिसके तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को ‘आउट ऑफ टर्न’ नौकरी का प्रावधान किया गया है। साथ ही, सरकारी सेवाओं में खिलाड़ियों के लिए 4% आरक्षण बहाल किया गया है।
राज्य में जल्द ही एक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी, जो खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और सुविधाएं प्रदान करेगा। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का गौरव प्राप्त हुआ है। यह आयोजन ‘ग्रीन गेम्स’ की थीम पर आधारित होगा, जो राज्य को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाएगा।
स्थानीय रोजगार और खेल अकादमी की स्थापना—
टीएचडीसी के सीएमडी आरके विश्नोई ने घोषणा की कि टिहरी में एक खेल अकादमी स्थापित की जाएगी, जो स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करेगी। इसके साथ ही, टिहरी झील साहसिक खेलों के लिए उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित की जाएगी।
साहसिक खेल और रोजगार का नया केंद्र—
मुख्यमंत्री ने कहा कि टिहरी झील में साहसिक खेल गतिविधियों के आयोजन से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यह क्षेत्र रोजगार के नए अवसर सृजित करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समय-समय पर ऐसे आयोजनों का समर्थन करती रहेगी।
समापन समारोह में विधायक किशोर उपाध्याय, शक्ति लाल शाह, टीएचडीसी के निदेशक एलपी जोशी, डीएम मयूर दीक्षित सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया। टिहरी झील में इस तरह के आयोजन उत्तराखंड को खेल और पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने की ओर अग्रसर हैं।