भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से 419 जेंटलमैन कैडेट बने भारतीय सेना का हिस्सा, श्रीलंका के सेना प्रमुख ने ली परेड की सलामी

Our News, Your Views

देहरादून, 14 जून 2025/ भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से 419 जेंटलमैन कैडेट शनिवार को भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इस ऐतिहासिक अवसर पर नौ मित्र देशों के 32 कैडेट भी पास आउट हुए, जिससे कुल संख्या 451 रही। इस भव्य पासिंग आउट परेड में श्रीलंका के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लासंथा रोड्रिगो ने बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर शिरकत की और परेड की सलामी ली।

परेड की शुरुआत शनिवार सुबह 6 बजकर 38 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ हुई। इसके बाद कंपनी सार्जेंट मेजरों ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह संभाली और 6 बजकर 42 मिनट पर एडवांस कॉल के साथ कैडेट्स ने कदमताल करते हुए परेड मैदान में प्रवेश किया। इस दौरान श्रीलंका के सेना प्रमुख ने कैडेट्स का हौसला बढ़ाया और उन्हें उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।

स्वॉर्ड ऑफ ऑनर, गोल्ड, और अन्य अवॉर्ड्स का हुआ वितरण

इस मौके पर आईएमए द्वारा विशेष पुरस्कारों की घोषणा भी की गई। स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और अन्य पदक पाने वाले कैडेट्स के नाम इस प्रकार हैं:

  • स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और सिल्वर मेडल: अनिल नेहरा

  • गोल्ड मेडल: रोनित रंजन

  • ब्रॉन्ज मेडल: अनुराग वर्मा

  • टीईएस सिल्वर: कपिल

  • टीजी सिल्वर: आकाश भदौरिया

  • चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर: केरन कंपनी

श्रीलंका के सेना प्रमुख की पुरानी यादें ताजा हुईं

इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लासंथा रोड्रिगो के लिए एक खास बात यह रही कि वे स्वयं 1990 में भारतीय सैन्य अकादमी के 87वें कोर्स से कमीशन प्राप्त कर चुके हैं। इस बार रिव्यूइंग ऑफिसर के रूप में परेड का निरीक्षण कर उन्होंने अपनी पुरानी यादों को ताजा किया और पास आउट हो रहे कैडेट्स को प्रेरित किया।

देश को समर्पित करने की शपथ

परेड के दौरान सभी जेंटलमैन कैडेट्स ने तन, मन और जीवन को देश की सेवा में समर्पित करने की शपथ ली, और यह दृश्यमान किया कि वे अब भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। यह परेड न केवल भारतीय सेना के लिए, बल्कि मित्र देशों की सेनाओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना रही।

नौ मित्र देशों के 32 कैडेट्स भी पास आउट

आईएमए की इस पासिंग आउट परेड में भारतीय सेना के साथ-साथ श्रीलंका, भूटान, नेपाल, मालदीव, बांगलादेश, अफगानिस्तान, इराक, म्यांमार, और सऊदी अरब के कैडेट्स ने भी अपनी ट्रेनिंग पूरी की और भारतीय सैन्य अकादमी से कमीशन प्राप्त किया। इन विदेशी कैडेट्स को भी भारतीय सेना के साथ मिलकर अपने देशों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।

इस प्रकार, भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने वाले कैडेट्स अब अपनी पूरी क्षमता के साथ सेना की सेवा में समर्पित हो गए हैं, और देश की रक्षा के प्रति उनका समर्पण आने वाले समय में और भी मजबूत होगा।


Our News, Your Views