बरसात उत्तराखंड के लोगों के लिए एक बार फिर मुसीबत बन गयी है, अभी राज्य बरसाती आपदा से निपट ही रहा था की एक और बरसाती मुसीबत डेंगू ने प्रदेश में अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है डेंगू के केसों में लगातार इजाफा होने लगा है। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से हाई रिस्क एरिया में रोजाना टीम जा रही है और डेंगू के मरीज खोज रही है। डेंगू के लार्वा की जांच हो रही है।
हर वर्ष की भांति देहरादून में पिछले कुछ वक्त से डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। जैसे-जैसे ही बरसात में कमी होगी, डेंगू का खतरा और बढ़ता जाता है। दून में डेंगू के अब तक करीब 310 मरीज हो गए हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। जिले में 29 क्षेत्रों में डेंगू ने दस्तक दी है। ज्यादातर मरीज धर्मपुर, रेसकोर्स, अजबपुर कलां,पटेलनगर, जीएमएस रोड, कारगी, पथरीबाग,देहराखास, सिंगल मंडी और मोथरोवाला से मिल रहे हैं।
शनिवार को डेंगू के 24 नए मरीज मिलने के बाद दून में अब तक डेंगू मरीजों की संख्या 310 हो गयी है। सीएमओ डॉ० संजय जैन बताते हैं कि जिन क्षेत्रों में तीन मरीज मिल रहे हैं वहां अलर्ट घोषित कर लार्वा नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है।
बारिश के मौसम में डेंगू की समस्या बहुत ज्यादा देखने को मिलती है। डेंगू मच्छरों से होने वाला बहुत ही खतरनाक बुखार है। सही समय पर इलाज न मिलने पर इससे व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है तो इस खतरनाक बुखार से बचे रहने के लिए बहुत जरूरी है मानसून में कुछ जरूरी सावधानियां बरतना।
डेंगू के लक्षण—
- – मसल्स और ज्वॉइंट्स में पेन
- – सिर दर्द
- – बुखार
- – आंखों में दर्द
- – चक्कर आना
- – उल्टी जैसा महसूस होना
डेंगू से बचने के उपाय—
घर के आसपास या घर के अंदर भी पानी न जमा होने दें। गमलों, कूलर, रखे हुए टायर में पानी भर जाए, तो इसे तुरंत निकाल लें। साफ- सफाई का इन दिनों में खास ख्याल रखें।
- 2. कूलर में अगर पानी है, तो इसमें कैरोसिन तेल डालकर रखें, इससे मच्छर पनपने की संभावना कम हो जाती है।
- 3. पानी की टंकियों को खुला न छोड़े, अच्छी तरह ढककर रखें।
- 4. इन दिनों फुल स्लीव और पैरों को ज्यादा से ज्यादा ढकने वाले कपड़े पहनें। बच्चों को मच्छर से बचाने वाली क्रीम लगाकर ही बाहर भेंजें।
- 5. ऊपर बताए गए लक्षण लंबे समय तक बने रहे, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
डेंगू होने पर क्या करें और न करें—
- – डेंगू होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी और लिक्विड्स लें।
- – हल्का और सादा खाना खाएं।
- – बिना डॉक्टर की सलाह लिए दवाएं न लें।