दो दिवसीय “कौशलम् कार्यशाला” का हुआ समापन, रोचक और बेहतरीन प्रस्तुतियां ने समां बाँधा

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आप जानते हैं कि कौशल विकास आज के समय की सबसे अहम् जरुरत है। इसी कड़ी में विकासखण्ड सहसपुर में चल रही दो दिवसीय “कौशलम् कार्यशाला” का आज सफलापूर्वक समापन हुआ। कार्यशाला में प्रशिक्षको एवं प्रशिक्षओं दोनों ने ही अपनी रोचक और बेहतरीन प्रस्तुतियां दी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का मकसद कौशल विकास, उद्योग से जोड़ना तथा रोजगार का एकीकरण करना और साथ ही समग्र शिक्षा को बढ़ावा देना रहा है। इसी उद्देश्य से उद्यम लर्निंग फाउण्डेशन द्वारा कौशलम् कार्यकम शिक्षा विभाग के सहयोग से राजकीय विद्यालयों में यह कार्यशाला समय-समय पर चलायी जा रही है। कक्षा IX से लेकर कक्षा XII तक के लिये निर्धारित इस पठायचर्या के सफल संचालनार्थ समय समय पर प्रशिक्षण कराये जाते है। इसी कड़ी में विकासखण्ड सहसपुर में चल रही “दो दिवसीय कौशलम् कार्यशाला “का आज सफलापूर्वक समापन हो गया।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

विकासखण्ड सहसपुर में दो दिवसीय (दिनांक 12.8.2024 से दिनांक 13.08.2024) ब्लॉक स्तरीय कौशलम् कार्यशाला का आयोजन हरवंश कपूर रा०बा०३० का० कौलागढ़ में चलाया जा रहा थ जिसका आज सफलापूर्वक समापन हो गया. इस कार्यशाला में ब्लॉक 16 विद्यालयों के शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला के प्रथम दिवस कौशलम् के उ‌द्देश्यों से अवगत कराते हुये इस पाठ्य-चर्चा में प्रधानाचार्यों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। रोचक तथ्यों और वैचारिक साझेदारी ने सैद्धानिक ज्ञान को भी सरस बनाये रखा। हरित राज्य उत्तराखण्ड की मूल समस्याओं पलायन, बेरोजगारी और प्रदूषण से बचाव रखते हुये और 3P’s (people + plant + profit) पर आधारित पर्यावरण अनुकूल स्वरोजगार की उद्यमशील मानसिकता पर बल देते हुये प्रशिक्षको एवं प्रशिक्षओं दोनों ने ही अपनी रोचक और बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। छात्र-छात्राओं के आत्मविश्वास में वृद्धि के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भरता की राह दिखाने वाली यह दिलचस्प पाठ्यचर्या वास्तत में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित है। इस अवसर पर डायट प्रवक्ता श्रीमती ऋचा जुयाल, श्रीमती स्वाति जैन, विद्यालय की प्रभारी प्रधानाचार्य श्रीमती शिवानी पेटवाल, श्री राघवेन्द्र वर्मा तथा श्रीमती विनोद कुमार धस्मान आदि का सराहनीय योगदान रहा।


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