केदारनाथ उपचुनाव: भाजपा को मिला केदार बाबा और जनता का आशीर्वाद

Our News, Your Views

उत्तराखंड की हॉट सीट केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है। महिला प्रत्याशी के जीतने की परंपरा को कायम रखते हुए भाजपा की आशा नौटियाल ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 5623 वोटों के अंतर से हराया। इस जीत को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने “जनता के विवेक और सत्य की विजय” करार दिया है।

भाजपा की रणनीति और जीत की कहानी—

केदारनाथ उपचुनाव केवल एक विधानसभा सीट का चुनाव नहीं था, बल्कि यह भाजपा के लिए विचारधारा और प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका था। बदरीनाथ और मंगलौर सीटों पर कांग्रेस की जीत के बाद भाजपा के लिए यह सीट और भी महत्वपूर्ण हो गई। मुख्यमंत्री धामी ने स्वयं चार मंत्रियों के साथ चुनाव प्रचार की कमान संभाली और हर संभव प्रयास किए।

चुनावी आंकड़े—

श्रोत – डिजिटल मीडिया

केदारनाथ विधानसभा में कुल 90,875 मतदाता थे, जिनमें से 53,513 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल मतदान प्रतिशत 58.89% रहा। भाजपा की प्रत्याशी आशा नौटियाल को 23,814 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मनोज रावत को 18,191 मतों से संतोष करना पड़ा। भाजपा ने यह सीट 14 राउंड की काउंटिंग के बाद स्पष्ट बढ़त से जीत ली।

कांग्रेस की हार और भाजपा की सफलता—

कांग्रेस ने इस चुनाव में नई दिल्ली में केदारनाथ मंदिर के शिलान्यास को मुख्य मुद्दा बनाने का प्रयास किया, लेकिन यह रणनीति उलटी पड़ गई। कांग्रेस का जातिवाद और क्षेत्रवाद का एजेंडा भी जनता के बीच प्रभावी नहीं हो पाया। दूसरी ओर, भाजपा ने विकास, राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक पुनरुत्थान के अपने संदेश के साथ मतदाताओं को आकर्षित किया।

मुख्यमंत्री धामी की प्रतिक्रिया—

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस जीत को जनता का भाजपा की नीतियों में विश्वास और विपक्ष की “झूठी राजनीति” के खिलाफ करारा जवाब बताया। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केदारनाथ धाम के विकास कार्यों की जीत के रूप में पेश किया। सीएम ने कहा, “यह जीत मातृशक्ति और कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है।”

महिला प्रत्याशी की जीत का मिथक कायम—

श्रोत – डिजिटल मीडिया

केदारनाथ में महिला प्रत्याशियों की जीत का सिलसिला इस बार भी जारी रहा। आशा नौटियाल की जीत ने इस मिथक को और मजबूत किया है।

विपक्ष को झटका—

चित्र – ओम जोशी

कांग्रेस ने बदरीनाथ और मंगलौर की जीत के बाद केदारनाथ में भी जीत की उम्मीद की थी, लेकिन पार्टी यहां अपनी रणनीति में विफल रही। निर्दलीय उम्मीदवार त्रिभुवन सिंह ने भी शुरुआती राउंड में कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी, जिससे पार्टी के लिए हालात और मुश्किल हो गए।

भाजपा की ताकतवर तैयारी—

चित्र – ओम जोशी

पार्टी ने चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ी। हर स्तर पर मजबूत प्रचार और संगठन की ताकत ने भाजपा को जीत की ओर बढ़ाया। सीएम धामी के साथ केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन भी इस जीत का महत्वपूर्ण पहलू रहा।

समृद्ध केदारनाथ का सपना—

श्रोत – डिजिटल मीडिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायक आशा नौटियाल के नेतृत्व में केदारनाथ को सशक्त और समृद्ध बनाने की दिशा में काम किया जाएगा। इस जीत ने न केवल भाजपा की प्रतिष्ठा बचाई बल्कि उसे राज्य में एक नई ऊर्जा भी दी है।

श्रोत – डिजिटल मीडिया

केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा की जीत ने यह साबित कर दिया है कि विपक्ष को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करना होगा, जबकि भाजपा इस जीत से आने वाले चुनावों के लिए और अधिक आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगी।


Our News, Your Views