देहरादून/ उत्तराखंड में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून ने बुधवार को प्रदेश के चार पहाड़ी जिलों – देहरादून, टिहरी गढ़वाल, उत्तरकाशी (गढ़वाल मंडल) और बागेश्वर (कुमाऊं मंडल) – में अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा बाकी 9 जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
बारिश के साथ गरज और बिजली का खतरा
मौसम विभाग ने चेताया है कि बारिश के साथ तेज़ गरज और बिजली चमकने की घटनाएं भी होंगी, जिससे किसी भी प्रकार की लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क कर दिया गया है। साथ ही लोगों को यात्रा और खुले स्थानों से बचने की सलाह दी गई है।
अगले 5 दिन ऐसा रहेगा मौसम
राज्य में बारिश का यह सिलसिला अगले पांच दिनों तक जारी रहेगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक:
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3 जुलाई: देहरादून, टिहरी गढ़वाल और बागेश्वर में अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश
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4 जुलाई: बागेश्वर और पिथौरागढ़ में मानसून अत्यधिक सक्रिय रहेगा
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5 जुलाई: इन दोनों जिलों में विशेष वर्षा चेतावनी
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6 जुलाई: सभी जिलों में बारिश का व्यापक अलर्ट
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7 जुलाई: राज्य भर में मध्यम बारिश की संभावना, कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ
चारधाम में मौसम का हाल
मानसून के इस दौर में चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए मौसम ठंडा और नमी भरा बना हुआ है। चारधामों में तापमान कुछ इस प्रकार दर्ज किया गया:
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यमुनोत्री धाम:
अधिकतम तापमान – 9°C | न्यूनतम तापमान – 6°C -
गंगोत्री धाम:
अधिकतम – 18°C | न्यूनतम – 13°C (सबसे संतुलित मौसम) -
केदारनाथ धाम:
अधिकतम – 14°C | न्यूनतम – 9°C -
बदरीनाथ धाम:
अधिकतम – 11°C | न्यूनतम – 7°C (यमुनोत्री के बाद सबसे ठंडा)
इन तापमानों से साफ है कि पर्वतीय क्षेत्रों में ठंडक बनी हुई है, जिससे यात्रा के दौरान गर्म कपड़ों की आवश्यकता बनी रहेगी।
सतर्कता ज़रूरी
उत्तराखंड में बारिश के कारण भूस्खलन, सड़कों के अवरुद्ध होने और नदी-नालों के उफान पर आने जैसी आपदाओं की संभावना बनी रहती है। इसलिए यात्रियों, ग्रामीणों और पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करने वालों से प्रशासन ने अपील की है कि वे मौसम विभाग के निर्देशों और स्थानीय प्रशासन की सलाह का पालन करें।