उत्तराखंड पंचायत चुनाव: दिव्यांग मतदाताओं के लिए हर बूथ पर होंगी न्यूनतम सुविधाएं, संचालन समिति की बैठक में लिए गए अहम निर्णय, मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने दिए स्पष्ट निर्देश, रैंप से लेकर शौचालय तक हर सुविधा होगी अनिवार्य
देहरादून, 3 जुलाई:
उत्तराखंड में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर राज्य निर्वाचन कार्यालय द्वारा राज्य स्तरीय संचालन समिति की बैठक सचिवालय में आयोजित की गई। बैठक में दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान को सरल, सुरक्षित और सम्मानजनक बनाने के लिए जरूरी उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर मतदान केंद्र पर न्यूनतम आवश्यक सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि दिव्यांग मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णयों में शामिल हैं:
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हर बूथ पर रैंप, व्हीलचेयर, पीने का पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएंगी।
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समाज कल्याण विभाग को निर्देशित किया गया है कि वह हर तीन महीने में दिव्यांग मतदाताओं की अद्यतन सूची निर्वाचन विभाग को उपलब्ध कराए, ताकि नियोजन सटीक रूप से हो सके।
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लोक निर्माण विभाग को मतदान केंद्रों पर रैंप निर्माण और आवश्यक भौतिक व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई।
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शिक्षा विभाग एवं एनजीओ प्रतिनिधियों की सहभागिता से दिव्यांगों को मतदान के लिए प्रेरित करने हेतु जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
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मतदान के दिन दिव्यांग मतदाताओं की सहायता के लिए वालंटियर और सहयोगी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
डॉ. पुरुषोत्तम ने कहा कि,
“हर नागरिक को मताधिकार का प्रयोग करने का समान अधिकार है। दिव्यांग जनों के लिए मतदान प्रक्रिया को पूरी तरह सुलभ और गरिमामय बनाना हमारी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है।”
इस महत्वपूर्ण बैठक में लोक निर्माण, समाज कल्याण, शिक्षा विभाग के अधिकारी, साथ ही गैर-सरकारी संगठनों (NGO) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने दिव्यांग मतदाताओं के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने और आवश्यक संसाधनों की पूर्ति हेतु समन्वय स्थापित करने पर सहमति जताई।