उत्तराखंड कांग्रेस में बढ़ती कलह अभी थमती नज़र नहीं आ रही है। ख़बर है कि पीसीसी सदस्यों की लिस्ट जारी होने के साथ ही इसपर विवाद बढ़ गया है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक चौहान के बाद अब पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर ने भी पीसीसी सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया वहीं कांग्रेस के एससी विभाग के सचिव नेमचंद्र सूर्यवंशी ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। इन इस्तीफों के बाद अब पीसीसी सदस्यों की नियुक्ति पर कांग्रेस में विरोध तेज हो गया।
जहां पूर्व नेता प्रतिपक्ष के बेटे अभिषेक चौहान ने इस्तीफा देते हुए कहा कि “वो पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता हैं। कई वरिष्ठ कार्यकर्ता पीसीसी सदस्य बनने से रह गए हैं। मेरी जगह किसी वरिष्ठ नेता को यह सम्मान दिया जाना चाहिए। कांग्रेस परिवार की मजबूती के लिए यह जरूर है कि वरिष्ठ और समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी न हो”
वहीं मयूख ने ईमेल के जरिए अपना इस्तीफा भेजा है। उन्होंने कहा कि “पीसीसी में सदस्यों के चयन को लेकर वो सहमत नहीं है। जो लोग पात्र नहीं है, उन्हें तक पीसीसी बना दिया गया। इसी प्रकार विधायकों को पीसीसी सदस्य बनाने की भी जरूरत नहीं थी। विधायक तो नियमानुसार पीसीसी के विशेष आमंत्रित सदस्य होते ही हैं”
कांग्रेस के एससी विभाग के सचिव नेमचंद्र सूर्यवंशी ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दिया है । लंबे समय से निष्कासित नेमचंद की कुछ समय पहले ही प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सूर्यवंशी की दोबारा वापसी कराई थी। नेमचद्र ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा कि वो वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से निराश हैं। क्या हम दरी बिछाने और झंडे उठाने के लिए ही है और सम्मान पाने के लिए चाटूकार लोग?