उत्तराखंड में डेंगू दिन-पर-दिन विकराल होता जा रहा है, जैसे जैसे मौसम में आये दिन बदलाव हो रहा है, अस्पतालों में डेंगू मरीजों की संख्या में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग़र मौसम इसी तरह का बना रहा तो नवम्बर तक डेंगू का डंक सताने वाला है। प्रशासन सतर्क हो गया है, डेंगू की रोकथाम के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कोशिश कर रही है। घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में डेंगू के लार्वा की जांच की जा रही है और लार्वा मिलने पर जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है।
जैसे जैसे मौसम में आये दिन बदलाव हो रहा है, अस्पतालों में डेंगू मरीजों की संख्या में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। डेंगू की रोकथाम के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कोशिश कर रही है. साथ ही लोगों के घरों में डेंगू के लार्वा की जांच की जा रही है। अब यदि घरेलु भवनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में डेंगू का लार्वा मिलता है तो अब एक लाख तक जुर्माना देना होगा। मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम के महापौर द्वारा स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम के स्वास्थ्य अनुभाग के साथ डेंगू बीमारी की रोकथाम हेतु एक समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में निर्देश दिये गये कि डेंगू बीमारी को फैलाने वाले स्रोतों को पनपाने वाले घरेलू भवन स्वामियों पर 1000 से 5000 रू0 तक का चालान आरोपित किया जाए तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर 10,000 से लेकर 1,00000 तक का अर्थदण्ड उनके भवन और व्यावसायिक प्रतिष्ठान के क्षेत्रफल को देखते हुए लगाया जायेगा।
मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की आशा वर्कर के द्वारा लगातार भवनों में डेंगू लार्वा का निरीक्षण किया जा रहा है। लेकिन अधिकतर घरों में उन्हें प्रतिरोध का सामना भी करना पड़ता है। जिससे डेंगू बिमारी के स्रोतों की पहचान करना मुश्किल होता है। यदि अर्थदंड तीन दिन तक नहीं जमा किया जाता तो उसकी वसूली के लिए रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किया जायेगा। साथ ही डेंगू फैलाने वाले स्रोतों की पहचान और उसे नष्ट करने के कार्य में लगे अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जायेगी।
उन्होने कहा कि देखने में आया कि शहर के प्रतिष्ठित व्यावसायिक टावर एवं प्रतिष्ठानों के साथ-साथ बैंकों तथा सेटिरियों माॅल, अशोक एसोसिएट, जनपथ शापिंग काम्पलेक्स, आई0सी0आई0सी0आई0 बैंक, एस0बी0आई0बैक, इन्डुयसलेंड, एच0एम0टावर आदि में डेंगू के लार्वा पाए गये। अभी तक लगभग 11 लाख से अधिक बार घरों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जा चुका है जिनमें से लगभग 2 लाख बार घरों में डेंगू के लार्वा पाये गये एवं उन्हें नष्ट किया गया। कुल रू0 4,16,000/- चालान राशि वसूली गई है।