उत्तराखंड से बड़ी खबर है, विधानसभा बैकडोर भर्ती पर स्पीकक ऋतु खंडूड़ी ने सख्ती दिखाते हुए 480 में से 228 नियुक्तियां रद कर दी हैं। इसके अलावा विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को निलंबित कर दिया गया है। जांच में इन्हें नियम विरुद्ध होना पाया गया है। विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि जांच समिति के अध्यक्ष डीके कोटिया , एसएस रावत एवं अवनेंद्र सिंह नयाल ने उन्हें रिपोर्ट सौंप दी है।
उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय में की नियुक्तियों में अनियमितता के मामले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी का बड़ा फैसला लिया है। शुक्रवार को विधानसभा में आयोजित पत्रकार वार्ता में खंडूड़ी ने बताया कि जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें भर्तियों में कई अनियमिताओं को उजागर किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है क कि भर्तियों के लिए किसी भी चयन समिति का गठन नहीं किया गया। भर्तियों के लिए न ही कोई विज्ञापन निकाला और न ही कोई सार्वजनिक सूचना प्रकाशित की गई। उन्होंने कहा कि भर्तियों को निरस्त करने के लिए उत्तराखंड सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने बताया कि वर्ष 2016 में 150, 2020 में 6 और 2021 में 72 (कुल 228) तदर्थ नियुक्तियां हुई हैं। 228 नियुक्तियों में पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल के कार्यकाल की 150 और प्रेमचंद अग्रवाल के कार्यकाल की 78 नियुक्तियां शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष के मुताबिक, देहरादून और गैरसैण विधानसभा के लिए पदों का पुनर्गठन होगा। विधानसभा में 2011 से पूर्व भर्ती हुए कर्मचारी नियमित हो चुके हैं, इन पर विधानसभा अध्यक्ष विधिक राय लेगी, उसके बाद ही कोई निर्णय होगा।
विधानसभा अध्यक्षों के कार्यकाल में हुई नियुक्तियां—
अध्यक्ष———नियुक्तियों की संख्या
प्रकाश पंत—— ——98
यशपाल आर्य———105
हरबंश कपूर———–55
गोविंद सिंह कुंजवाल—150
प्रेमचंद अग्रवाल———72