अवैध धार्मिक स्थल तोडे़ जाने के बाद जला हल्द्वानी का बनभूलपुरा क्षेत्र, शहरभर में लगा कर्फ्यू, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश

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हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में आज उस वक्त बवाल हो गया जब अवैध कब्जे तोड़ने गई नगर निगम और पुलिस की टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। देखते ही देखते पुरे क्षेत्र में अशांति फ़ैल गयी और इस दौरान 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। मजबूरन मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून अपने सीएम आवास पर बैठक बुलाई है। वहीं, नैनीताल डीएम ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए है।

दरअसल शुरुआत यूँ हुयी कि गुरुवार आठ फरवरी को प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम की संयुक्त टीम बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के ‘मालिक के बगीचे’ में पहुंची, जहां टीम ने सरकारी जमीन पर बने मदरसे और नमाज स्थल को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने विरोध किया और उन्होंने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते हालात काबू से बाहर हो गए। देखते ही देखते भारी भीड़ जुट गई। जहां-तहां पुलिस से लेकर मीडियाकर्मियों के वाहन जला दिए गए। अलग-अलग जगहों पर पथराव होने लगा।

उपद्रवियों के पथराव में कई पुलिसकर्मी और पत्रकार घायल हो गए। कुछ अन्य लोगों को भी चोटें आई है। बताया जा रहा है कि दंगाइयों ने बनभूलपुरा थाने में भी आग लगा दी। गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों और पत्रकारों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बवाल के बाद अब पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया।

मामले को बढ़ता देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई जिसमें मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार के साथ स्थिति की समीक्षा की। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी ने हल्द्वानी के वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगाया, शासन के निर्देश पर दंगाइयों को देखते ही गोली मरने के आदेश जारी किए गए हैं।


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