जम्मू, 24 मई 2025 / जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की रीढ़ मानी जाने वाली स्लीपर सेल और ग्राउंड वर्कर्स नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने शुक्रवार को एक बड़ा और सुनियोजित अभियान चलाया। आतंक के खिलाफ इस निर्णायक मोर्चाबंदी में SIA ने एक साथ चार जिलों — पूंछ, राजौरी, उधमपुर और रामबन — की 18 लोकेशनों पर छापेमारी कर आतंकियों के गुप्त नेटवर्क को बेनकाब करने की दिशा में बड़ी सफलता दर्ज की।
टारगेट पर स्लीपर सेल्स और ग्राउंड वर्कर्स
SIA की इस कार्रवाई का मकसद साफ था — आतंकी संगठनों के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वाले ग्राउंड वर्कर्स और स्लीपर सेल्स को खत्म करना। इस ऑपरेशन के तहत पूंछ जिले के सुरनकोट और हवेली इलाकों, राजौरी शहर, रामनगर (उधमपुर) और रामबन के साथ-साथ किश्तवाड़ जिले में भी ऑपरेशन चलाया गया।
SIA ने बताया कि कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई इन छापेमारियों में बड़ी मात्रा में संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल सामग्री जब्त की गई है। इन सामग्रियों को फॉरेंसिक जांच और इंटेलिजेंस प्रोसेसिंग के लिए भेजा गया है, जिससे आतंकी नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय लिंक को उजागर किया जा सके।
18 ठिकानों से बरामद संदिग्ध सामग्री
रेड की गई लोकेशनों का विवरण इस प्रकार है:
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पूंछ जिला: 12 ठिकाने (सुरनकोट सबडिविजन)
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हवेली तहसील (पूंछ): 3 ठिकाने
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राजौरी शहर: 1 ठिकाना
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उधमपुर (रामनगर): 1 ठिकाना
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रामबन जिला: 1 ठिकाना
कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए जम्मू स्थित SIA मुख्यालय में बुलाया गया है। एजेंसी ने बताया कि यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद से मुक्त कराने के मिशन की दिशा में एक अहम कदम है।
किश्तवाड़ में ऑपरेशन त्राशी: जवान की शहादत
उधर किश्तवाड़ जिले के सिंहपोरा-चतरू इलाके में चल रहे ‘ऑपरेशन त्राशी’ के तहत 3–4 आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर जारी तलाशी अभियान के दौरान शुक्रवार को 17वीं राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही गायकड़ संदीप पांडुरंग आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए।
मूलतः महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के करंदी गांव निवासी शहीद जवान को जम्मू के सैन्य अस्पताल में अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। ऑपरेशन को तेज करते हुए क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।