चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत से पहले उत्तराखंड सरकार के लिए एक नई चुनौती सामने आई है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले रुद्रप्रयाग जिले में 12 घोड़े-खच्चरों में Equine Influenza Virus की पुष्टि हुई है। इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी संक्रमित पशुओं को तुरंत Quarantine कर दिया गया है।

उत्तराखंड सरकार ने जारी किया अलर्ट
चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में घोड़े-खच्चरों का उपयोग होता है, जिससे यह वायरस तेजी से फैल सकता है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने घोड़े-खच्चरों की Health Screening अनिवार्य कर दी है।
पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने निर्देश दिए हैं कि:
- किसी भी संक्रमित पशु को यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
- सभी घोड़े-खच्चरों के लिए Health Certificate अनिवार्य होगा।

क्या है Equine Influenza Virus?
Equine Influenza Virus घोड़ों, खच्चरों और अन्य अश्ववंशीय पशुओं को प्रभावित करने वाला एक संक्रामक वायरस है। यह वायरस तेज़ी से फैलता है और संक्रमित पशुओं को बाकी जानवरों से अलग रखना जरूरी होता है।
चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सुरक्षा के कड़े इंतजाम
- सभी Horse and Mule Owners को अपने पशुओं की नियमित जांच करवानी होगी।
- फाटा और कोटमा में दो Quarantine Centers स्थापित किए जाएंगे।
- सीमावर्ती इलाकों में खास निगरानी रखी जाएगी ताकि बाहरी राज्यों से संक्रमित पशु यात्रा मार्ग में प्रवेश न कर सकें।
- उत्तराखंड के पांच जिलों में Serological Samples लिए जाएंगे और उनकी जांच Indian Veterinary Research Institute, Mukteshwar में होगी।
- पॉजिटिव पाए गए पशुओं को 12 दिनों के लिए Quarantine में रखा जाएगा और नेगेटिव रिपोर्ट आने पर ही यात्रा की अनुमति मिलेगी।

चारधाम यात्रा 2025 की प्रमुख तिथियां
- गंगोत्री और यमुनोत्री धाम: 30 अप्रैल 2025
- केदारनाथ धाम: 2 मई 2025
- बदरीनाथ धाम: 4 मई 2025
- श्री हेमकुंड साहिब: 25 मई 2025
श्रद्धालुओं से अपील
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुरक्षा के नियमों का पालन करें और सावधानी बरतें।
“यात्रा के दौरान सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!”