“भाजपा” कांग्रेस से प्रचार के मामले में बीस, कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने दुरी बनाए रखी, धामी ने की 90 से ज्यादा जनसभा-रोड शो और रैलियां

Spread the love

उत्तराखंड के लोकसभा चुनाव के नतीजे तो खैर 4 जून को पता चलेंगे, मगर देखा गया है की भाजपा कांग्रेस से प्रचार के मामले में बीस ही साबित हुयी है। इसका ज्यादा श्रेय निश्चित ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अति सक्रियता और केंद्र सरकार का उत्तराखंड के प्रति लगाव और पांचो सीटों पर उनकी विशेष नजर दिखाई दी। जबकि कांग्रेस के स्टार प्रचारक की बात करें तो कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की लम्बी लिस्ट जारी तो की मगर वह अपनी सक्रियता लगातार कायम नहीं रख पायी, राज्य में एंट्री सिर्फ प्रियंका गांधी की हुयी और कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की जिम्मेदारी से जल्द इतिश्री कर अन्य राज्यों की ओर चली गयी।

 

तुलनात्मक रूप से देखें तो उत्तराखंड के लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 90 जनसभा,रोड शो और रैलियां की है। मुख्यमंत्री धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जुगलबंदी ने मिलकर प्रदेश भर में 150 से ज्यादा जनसभा की है। मुख्यमंत्री धामी को कहते भी देखा गया कि “अब तक राज्य में हुए चुनाव प्रचार पर नजर डालें तो भाजपा ने जिस गंभीरता से चुनाव में प्रचार किया है, उसके आधे तक भी कांग्रेस नहीं पहुंची है . भाजपा ने राज्य के गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली कर छोटे राज्य के मतदाताओं के सम्मान को बड़ा सन्देश दिया है”

भाजपा ने राज्य के गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली तो की ही इसके अलावा भाजपा की टॉप फाइव केन्द्रीय लीडरशिप और स्टार प्रचारकों में शामिल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,रक्षा राज्य मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जैसे कद्दावर नेताओं ने कई जनसभाएं कर चुनाव में हर वर्ग को साधने की कोशिश की।

सीएम धामी भी उत्तराखंड चुनाव के अंत तक डेट रहे और उन्होंने प्रदेश की कोई विधानसभा नहीं छोड़ी जहाँ प्रचार न किया हो। गौरतलब है कि धामी प्रदेश में आचार संहिता लगने से पहले ही एक्टिव हो गए उन्होंने प्रत्येक जिले में नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम से चुनावों का आगाज कर दिया था। और फिर चुनाव की घोषणा होते ही धामी ने ताबड़तोड़ प्रचार शुरू कर दिया।

वहीं स्टार प्रचारकों की एक लम्बी लिस्ट घोषित करने के बावजूद कांग्रेस इस मामले में केवल गिनती की दो चार ही जनसभाएं कर पायी। कांग्रेस के राज्य स्टार प्रचारक एक सीमित दायरे में सिमटे नजर आए तो बाहरी राज्यों से स्टार प्रचारक में जहाँ मुख्यतः प्रियंका गांधी की दो लोकसभा सीटों में प्रचार तो वहीँ सचिन पायलट हल्द्वानी में एक रोड शो ही कर पाए। ज्यादातर राष्ट्रीय स्तर के नेता ने यहां से दूरी बनाए रखी। उत्तराखंड के कद्दावर नेता हरीश रावत ने अपने बेटे की हरिद्वार सीट पर डेरा डाले रक्खा और अपनी सीमा से बाहर न निकले और खूंटा गाड़े रहे। कांग्रेस के अन्य बड़े नेता भी जयादा सक्रीय न दिखे और उनमे वो जोश न दिखा। हाँ ये देखने में जरुर आया की एक निर्दलीय और एक कांग्रेस उमीदवार अपने दम पर ताल ठोकते जरुर नज़र आये। 


Spread the love