विधानसभा बैकडोर भर्ती को लेकर विवादों में घिरे शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की कार्यशैली को लेकर एक एक नए विवाद ने जन्म लिया है, मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जर्मनी की उड़ान भरने से पहले शहरी विकास विभाग में 74 कर्मियों के तबादले कर दिए। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के अनुमोदन से किए गए राज्य के विभिन्न नगर निकायों में केंद्रीयत सेवा के 74 कार्मिकों के तबादले 24 घंटे के अंदर स्थगित कर दिए गए। पहले तबादले और फिर इन्हें स्थगित करने का यह प्रकरण रविवार को चर्चा के केंद्र में रहा।
जानकारी के मुताबिक 17 सितंबर देर रात शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के शहरी विकास विभाग में 74 लोगों के ट्रांसफर की लिस्ट तैयार की गई थी। ट्रांसफर की इस लिस्ट पर मंजूरी देने के बाद सुबह होते ही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल जर्मनी के लिए रवाना हो गए। लेकिन मंत्री अग्रवाल के जर्मनी के लिए उड़ान भरने से कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह फैसला पलट दिया और तत्काल प्रभाव से इन तबादलों को निरस्त कर दिया।
रविवार को नगर निकायों में हुए तबादलों की जानकारी संज्ञान में आने के बाद कयासों का दौर चलने लगा प्रश्न उठने लगा कि आखिर ऐसी क्या विवशता थी कि छुट्टी के दिन ही तबादले किए गए जिसके बाद तबादलों पर विवाद खड़े होने से पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर तत्काल रोक लगा दी।