देहरादून, 16 जून 2025/ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को देहरादून स्थित एम.के.पी कॉलेज में आयोजित ‘रन फॉर योगा’ कार्यक्रम में प्रतिभाग कर योग के प्रति जन-जागरूकता का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने गांधी पार्क से एम.के.पी कॉलेज तक पैदल मार्च कर युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों को योग के प्रति प्रेरित किया।
इस अवसर पर उन्होंने आगामी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) में अधिक से अधिक लोगों से भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि, “हमें मिलकर प्राचीन योग सभ्यता को जन-जन तक पहुंचाना है। योग न केवल शरीर, आत्मा और मन को एकीकृत करने की विद्या है, बल्कि यह संपूर्ण विश्व के लिए संजीवनी का कार्य कर रहा है।”
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस के प्रस्ताव को वैश्विक स्वीकृति मिलने को भारत की सांस्कृतिक विरासत की मान्यता बताया। उन्होंने कहा कि योग को दैनिक जीवन में शामिल कर हम न केवल स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मकता फैला सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि उत्तराखण्ड को योग और वेलनेस टूरिज्म का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। हाल ही में राज्य में नई योग नीति को मंजूरी दी गई है, जिसके अंतर्गत योग और ध्यान केंद्रों को विकसित करने हेतु अधिकतम ₹20 लाख तक की सब्सिडी दी जा रही है। साथ ही, पहले से संचालित योग केंद्रों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
योग, ध्यान एवं प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने के लिए ₹10 लाख तक का अनुदान भी राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में योग और वेलनेस की अपार संभावनाएं हैं और सरकार इन्हें साकार करने हेतु प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने सभी नागरिकों से अनुशासित और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने का आह्वान किया।