धराली आपदा: 5 की मौत, 130 से ज्यादा लापता
उत्तरकाशी (उत्तराखंड):
उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार शाम बादल फटने से आई भीषण बाढ़ और मलबे ने भारी तबाही मचाई है। बाजार, घर, होटल और होमस्टे देखते ही देखते पानी और मलबे में बह गए। बुधवार शाम तक मृतकों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है, जबकि 130 से अधिक लोग अब भी लापता हैं।

रेस्क्यू टीमों ने अब तक 150 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस संयुक्त रूप से बचाव अभियान चला रही हैं। इस दौरान ड्रोन, ट्रैकर डॉग्स, हेलीकॉप्टर (Chinook और Mi-17) सहित आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

मुख्य सड़क और संचार नेटवर्क बाधित
क्लाउडबर्स्ट से आई बाढ़ में उत्तरकाशी-धराली-गंगोत्री को जोड़ने वाली मुख्य सड़क ध्वस्त हो गई है। कई मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त होने से संपर्क व्यवस्था बाधित है। खराब मौसम, लगातार बारिश और भूस्खलन रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी चुनौती बन रहे हैं।

सरकार और केंद्र की सक्रियता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हवाई और स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को हरसंभव मदद दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम से फोन पर बात कर केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।

स्थानीय लोगों का दर्द
गांव के एक चश्मदीद ने बताया कि “सब कुछ 30 सेकंड में खत्म हो गया। पानी और मलबे का इतना तेज़ बहाव था कि लोग बचने का मौका भी नहीं पा सके।” पर्यावरण विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जलवायु परिवर्तन के चलते पहाड़ी इलाकों में क्लाउडबर्स्ट जैसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं।

धराली आपदा ने एक बार फिर उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के खतरे और तैयारियों की अहमियत को उजागर कर दिया है। फिलहाल पूरा प्रशासन और बचाव दल लापता लोगों को खोजने और प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटा है।