विधायक किशोर उपाध्याय ने रेल मंत्री को सौंपा प्रस्ताव, सर्वे के लिए रेलवे बोर्ड को मिले निर्देश
टिहरी/ टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा है कि चारधाम रेल परियोजना उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी। उन्होंने टिहरी को इस परियोजना से जोड़ने के लिए मलेथा से मरोड़ा-तिवाड़गांव तक एक मिसिंग रेल लिंक बनाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया है, जिससे चारधाम यात्री गंगोत्री के बाद सीधे केदारनाथ और बद्रीनाथ की ओर रेलमार्ग से यात्रा कर सकें।
वीरवार को पत्रकारों से बातचीत में विधायक उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने 27 मार्च को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस प्रस्ताव से अवगत कराया था। जिस पर सकारात्मक पहल करते हुए 29 मार्च को रेलवे बोर्ड और रेल विकास निगम को इस मार्ग के सर्वे के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यदि यह करीब 40 किलोमीटर लंबा लिंक मार्ग विकसित किया जाता है, तो यात्रियों को यमुनोत्री व गंगोत्री की यात्रा के बाद दोबारा डोईवाला लौटने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय वे मरोड़ा से मलेथा होते हुए सीधे केदारनाथ और बद्रीनाथ की ओर अपनी यात्रा आगे बढ़ा सकेंगे।
विधायक ने कहा कि यह रेल लिंक न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। उन्होंने इस प्रोजेक्ट को सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह उत्तराखंड की सीमाओं तक त्वरित पहुंच सुनिश्चित कर सकता है।
विधायक उपाध्याय ने कहा कि प्रारंभिक आकलन के अनुसार इस रेल लिंक पर 15 सौ से 2 हजार करोड़ रुपये तक की लागत आ सकती है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि देहरादून से टिहरी के बीच सुरंग निर्माण की प्रक्रिया भी प्रगति पर है, जो इस लिंक को और अधिक व्यावहारिक और उपयोगी बनाएगी।
इस मुद्दे को व्यापक समर्थन दिलाने के लिए विधायक ने सांसद अनिल बलूनी, मालाराज्य लक्ष्मी शाह और टिहरी क्षेत्र के सभी विधायकों से सहयोग की अपील की है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव की जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी दी जा चुकी है।