देहरादून/ उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा भूचाल तब आया जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भाजपा की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में वन मंत्री रहे और वर्तमान में कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। ईडी ने सहसपुर क्षेत्र में हरक सिंह रावत की करीब 70 करोड़ रुपये मूल्य की 101 बीघा भूमि को अटैच कर लिया है। इस भूमि पर रावत के बेटे तुषित रावत का मेडिकल कॉलेज संचालित होता है।
ईडी के मुताबिक, यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में की गई है। बताया जा रहा है कि हरक सिंह रावत ने अपने करीबी वीरेंद्र कंडारी और नरेंद्र वालिया के साथ मिलकर आपराधिक साजिश के तहत इस जमीन के दो पावर ऑफ अटॉर्नी पंजीकृत कराए थे, जिन्हें बाद में कोर्ट ने रद्द कर दिया था। इसके बावजूद इस जमीन को उनकी पत्नी दीप्ति रावत और करीबी लक्ष्मी राणा के नाम पर दर्शाया गया।
कॉर्बेट नेशनल पार्क मामले से जुड़ा मामला—
ईडी ने यह कार्रवाई 2024 में कॉर्बेट नेशनल पार्क के पाखरो रेंज में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में हुई पूछताछ के बाद तेज की। हरक सिंह रावत और उनके सहयोगियों पर सरकारी भूमि को अवैध तरीके से हड़पने और इसे मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए खरीद-फरोख्त का हिस्सा बनाने का आरोप है।
फरवरी 2024 में हुई थी छापेमारी—
फरवरी 2024 में ईडी ने हरक सिंह रावत और उनके करीबी सहयोगियों के 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इनमें रावत का आवास, उनके बेटे के मेडिकल कॉलेज, पूर्व निजी सचिव नरेंद्र वालिया का ऋषिकेश स्थित अपार्टमेंट, करीबी लक्ष्मी राणा के पेट्रोल पंप और भाजपा नेता अमित सिंह के आवास शामिल थे। इस कार्रवाई में 1.10 करोड़ रुपये नकद, 80 लाख रुपये का 1.3 किलो सोना और 10 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा जब्त की गई थी।
ईडी का बयान—
ईडी ने ट्वीट कर इस कार्रवाई की जानकारी दी। एजेंसी ने हरक सिंह रावत और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई को मनी लॉन्ड्रिंग की जांच का हिस्सा बताया। इसके अलावा, वीरेंद्र कंडारी और नरेंद्र वालिया के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई है।
राजनीतिक हलचल तेज—
इस कार्रवाई के बाद उत्तराखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। हरक सिंह रावत ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा है कि उन्हें साजिशन फंसाया जा रहा है। वहीं, विपक्ष ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम बताया है।
नजरें आगे की कार्रवाई पर—
ईडी की इस कार्रवाई ने उत्तराखंड के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है। सभी की निगाहें अब इस मामले में आगे की जांच और संभावित कानूनी परिणामों पर टिकी हुई हैं।