देहरादून के परेड ग्राउंड में 74वें गणतंत्र दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने परेड की सलामी ली, जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों की आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की गईं, और छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, वीर शहीदों और संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भारत अब केवल आर्थिक और सैन्य शक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि विज्ञान, तकनीक, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में भी अद्वितीय उपलब्धियां हासिल कर रहा है।
उन्होंने देश की आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य का जिक्र करते हुए कहा कि देश आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों के माध्यम से तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने भारत के विश्व के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम बनने की प्रशंसा की और युवाओं के लिए नए अवसरों की सराहना की।
इस मौके पर परेड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टुकड़ियों और झांकियों को सम्मानित किया गया। विभिन्न विभागों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के पुरस्कार दिए गए। राज्यपाल ने सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस अधिकारियों को पदक से अलंकृत भी किया।
अल्मोड़ा में भी गणतंत्र दिवस का उत्सव—
अल्मोड़ा के पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में भी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम आयोजित हुए। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा ने परेड की सलामी ली। उन्होंने भारतीय संविधान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए देश की प्रगति में योगदान देने के लिए सभी को प्रेरित किया।
