हल्द्वानी बवाल: कर्फ्यू और इंटरनेट ठप, हमले में पुलिसकर्मियों, मीडियाकर्मियों समेत 250 से ज्यादा लोग घायल, नैनीताल की DM ने कहा, प्लानिंग के साथ की गई है हल्द्वानी हिंसा

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उत्तराखंड के हल्द्वानी में धार्मिक स्थल तोड़ने गई टीम पर हमले के बाद से स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने देर शाम उपद्रवियों के पैर में गोली मारने के आदेश जारी किए। प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। हल्द्वानी में हुए बवाल के बाद पुलिस ने उत्तराखंड के कई जिलों में संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है।

हल्द्वानी में हुई हिंसा को लेकर जिलाधिकारी वंदना ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कल तीन तरीके से हमला हुआ था। पहले पत्थरबाजी की गई। फिर पेट्रोल पंप जलाया और फिर थाना फूंका गया। हमारी कल भी सुरक्षा व्यवस्था पूरी थी। जिलाधिकारी ने कहा कि नगर निगम की टीम जहां थाना फूंका गया वहां सफाई करने गई है। सुरक्षा व्यवस्था पूरी की गई है।

वंदना स‍िंह ने बताया, “होई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई। सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए, कुछ ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से डिमोलिशन अभियान चलाया गया।

डीएम ने बताया, “हमने डिमोलिशन अभियान जारी रखने का फैसला किया, क्योंकि परिसंपत्तियों पर कोई रोक नहीं थी, किसी व्यक्ति का अधिकार नहीं था… विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कानूनी प्रक्रिया चल रही है और इसलिए यहां भी ऐसा किया गया। हमारी टीमें और संसाधन मूव हुई और किसी को उकसाया या नुकसान नहीं पहुंचाया गया, जिससे जनसंपत्ति की हानि हमारी टीमों (पुलिस और प्रशासन) के माध्यम से हो। अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ… पूरी प्रक्रिया ठीक से होने के बावजूद आधे घंटे के भीतर एक बड़ी भीड़ ने हमारी नगर निगम टीम पर पहला हमला किया।

“उन्‍होंने कहा, “ये योजना बनाई गई थी कि जिस दिन डिमोलिशन अभियान चलाया जाएगा उस दिन बलों पर हमला किया जाएगा… हमने पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और दूसरी भीड़ जो आई उनके पास पेट्रोल से भरी हुई बोतलें थी उसमें उन्होंने आग लगा के फेंकी।..तब तक हमारी टीम ने कोई बल प्रयोग नहीं किया था।

इस हमले में पुलिसकर्मियों और मीडियाकर्मियों समेत 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए। तनाव की स्थिति को देखते हुए चार कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स बुला ली गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इंटरनेट बंद करने की तैयारी की जा रही है। वहीं खुफिया विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया गया है। यूपी से हर आने वाली गाड़ी पर नजर रखी जा रही है।

उधमसिंह नगर के काशीपुर में भी पुलिस ने शहर में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए शहर में फ्लैग मार्च निकाला है। शासन ने सभी जिलों के कप्तान को मामले को लेकर गंभीरता बरतने के आदेश दिए हैं। स्थानीय विधायक सुमित हृदयेश ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही सुमित हृदयेश ने घटना का जिम्मेदार प्रशासन को ठहराया है। उधर, हरीश रावत ने घटना पर चिंता जताई है।

हल्द्वानी बनभूलपुरा बवाल पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं घटना के बाद पुलिस-प्रशासन हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुई है।


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