मुख्यमंत्री आवास में होली मिलन कार्यक्रम: रंगों के साथ बिखरे उत्तराखंड की लोक संस्कृति के रंग

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देहरादून/ प्रदेशभर में होली मिलन कार्यक्रमों की धूम मची हुई है। मुख्यमंत्री आवास पर गुरुवार को आयोजित होली मिलन समारोह में अबीर-गुलाल के साथ उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति के रंग भी देखने को मिले। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ढोल गले में डालकर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ जमकर नृत्य किया। उनकी पत्नी गीता धामी ने भी होली के रंगों में भाग लिया और सभी को शुभकामनाएँ दीं।

Source Courtesy – Digital Media

मुख्यमंत्री ने कहा कि होली केवल रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। यह पर्व सामाजिक समरसता और एकता की भावना को और अधिक मजबूत करता है।

उत्तराखंड की सांस्कृतिक विविधता के रंग—

मुख्यमंत्री आवास के खुले परिसर में गुरुवार को उत्तराखंड की लोक संस्कृति के तमाम रंग बिखरे। गढ़वाल-कुमाऊं से लेकर जौनसार तक के लोकगीत और नृत्य इस आयोजन की शोभा बने। हारूल नृत्य प्रस्तुत करते जौनसारी कलाकारों के साथ ही लोहाघाट से आईं महिला कलाकारों ने होली गीतों पर नृत्य कर माहौल को उल्लासमय बना दिया। पौड़ी जिले के राठ क्षेत्र से आई सांस्कृतिक टोली भी आकर्षण का केंद्र रही। वहीं, थारू जनजाति का पारंपरिक नृत्य और छोलिया नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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लोक कलाकारों को मिला मंच—

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आमंत्रण पर प्रदेशभर से सांस्कृतिक दल मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। इस दौरान अल्मोड़ा से आए कलाकारों ने ‘आओ दगड़ियो, नाचा गावा, आ गई रंगीली होली’ का आह्वान किया, तो राठ क्षेत्र के कलाकारों ने ‘आई डान्ड्यू बसंत, डाली मा मौल्यार’ गाकर समां बाँधा। राठ क्षेत्र कला समिति के प्रमुख प्रेम सिंह नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में प्रस्तुति देना उनके 19 सदस्यीय दल के लिए गौरव का क्षण रहा। इसी तरह, लोहाघाट के शिवनिधि स्वयं सहायता समूह के 54 सदस्यीय दल ने भी होली गीतों पर शानदार प्रस्तुति दी।

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सीएम धामी रंग में रंगे, कलाकारों संग किया नृत्य—

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूरे कार्यक्रम के दौरान होली के रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने विभिन्न सांस्कृतिक दलों के कलाकारों के साथ समय बिताया, उनके संग नृत्य किया और पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर भी हाथ आजमाया। कार्यक्रम में खटीमा की वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप थारू उत्थान समिति के 20 सदस्यीय दल ने भी अपनी प्रस्तुति दी। समिति के बंटी राणा और रिंकू राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी लोक कलाकारों को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिससे प्रदेश की संस्कृति को नई पहचान मिल रही है।

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राजनीतिक सौहार्द का संदेश—

मुख्यमंत्री धामी ने इस मौके पर विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात की। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार से सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के आवास पर जाकर उन्हें होली की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री हरीश रावत के आवास भी पहुंचे और उनसे मुलाकात कर रंगों के इस पावन पर्व की बधाई दी। इस दौरान हरीश रावत ने भी मुख्यमंत्री धामी और प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं दीं।

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प्रदेशवासियों को मुख्यमंत्री की शुभकामनाएं—

मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेशवासियों को होली की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व प्रेम, सौहार्द और एकता का प्रतीक है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और इसे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए सरकार के प्रयासों को दोहराया। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे इस पर्व को आपसी भाईचारे और शांति के साथ मनाएँ।

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समारोह में गणमान्य लोगों की उपस्थिति—

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और प्रदेशभर से आए गणमान्य लोग मौजूद रहे। मुख्यमंत्री आवास में गूँजते होली गीतों और नृत्य की रंगत ने सभी को लोक संस्कृति की समृद्धि का अनुभव कराया।

होली मिलन कार्यक्रम के इस भव्य आयोजन ने प्रदेश की सांस्कृतिक एकता और समरसता को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का कार्य किया।

 


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