अल्मोड़ा, उत्तराखंड — उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट विकासखंड के मार्चुला क्षेत्र में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। यात्रियों से भरी 42 सीटर बस अनियंत्रित होकर 150 फुट गहरी खाई में गिर गई, जिसमें 36 लोगों की जान चली गई और 27 लोग घायल हो गए हैं। हादसे में कई परिवारों की खुशियाँ मातम में बदल गई हैं, और घायल यात्रियों की हालत गंभीर बनी हुई है। यह दुर्घटना उस समय हुई जब बस नैनीडांडा के किनाथ से रामनगर जा रही थी। जैसे ही बस मार्चुला के सारड बैंड के पास पहुंची, वह गहरी खाई में जा गिरी।
मार्चुला, अल्मोड़ा में हुई भीषण बस दुर्घटना में पुलिस और प्रशासन की टीम ने तुरंत व्यापक बचाव अभियान चलाया। घटना की दुःखद जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को तत्काल राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने स्वयं रामनगर के अस्पताल… pic.twitter.com/v9tEtFPwTW
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) November 4, 2024
बस में यात्रा कर रहे प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे से आधा किलोमीटर पहले चालक को सड़क खराब होने का आभास हुआ। उसने यात्रियों से कहा कि यदि कोई यात्री उतरना चाहता है, तो उतर सकता है। लेकिन किसी यात्री ने चालक की बात नहीं मानी। बताया जा रहा है कि इस बस की कमानी टूटने के कारण यह हादसा हुआ। घटनास्थल पर यात्रियों के सामान जैसे मोबाइल फोन, कोल्डड्रिंक, पकौड़ी, और चिप्स के पैकेट बिखरे पड़े थे, जिससे यह प्रतीत होता है कि सभी यात्री खुश होकर सफर कर रहे थे, लेकिन एक पल में उनकी जिंदगी खत्म हो गई।
राहत एवं बचाव कार्य जारी—
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ, और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घायल यात्रियों को रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। गंभीर रूप से घायल 6 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश के एम्स और हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया है। अभी तक 9 घायलों का उपचार रामनगर अस्पताल में जारी है। घटनास्थल पर एसएसपी अल्मोड़ा ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की।
स्थानीय प्रशासन और मुख्यमंत्री का रेस्पॉन्स—
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई बस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों को एम्स ऋषिकेश और सुशीला तिवारी अस्पताल के लिए एयर लिफ्ट किया गया है। pic.twitter.com/6P9u4vXJBC
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हादसे की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर शोक जताते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की, जिसमें मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया गया। मुख्यमंत्री ने एआरटीओ प्रवर्तन अधिकारियों पर भी कार्रवाई करते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित एआरटीओ अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया और कुमाऊं मंडल के आयुक्त को घटना की मजिस्ट्रेट जांच करने का निर्देश दिया है।
प्रधानमंत्री का संदेश और केंद्र की सहायता—
The Prime Minister has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF for the next of kin of each deceased in the mishap in Almora, Uttarakhand. The injured would be given Rs. 50,000. https://t.co/KAjq9Agj8i
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुखद हादसे पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राहत कोष से मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की है।
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही—
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही बस खाई में गिरी, यात्री एक-दूसरे पर गिरने लगे और पत्थरों से सिर टकराने के कारण कई यात्री बेहोश हो गए। कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। जब स्थानीय लोग और प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक वहां पर कई यात्रियों की जान जा चुकी थी। घटनास्थल पर लोगों की चीख-पुकार और लाशों का ढेर भयावह मंजर पेश कर रहा था।
प्रवासी लोगों की चिंता—
मार्चुला, अल्मोड़ा में हुई बस दुर्घटना के घायलों/मृतकों की सूची pic.twitter.com/wt4GVnS3Jc
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इस भीषण दुर्घटना की खबर ने उत्तराखंड के प्रवासियों में भी चिंता बढ़ा दी। मुंबई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास, गुरुग्राम, मध्य प्रदेश, जयपुर समेत अन्य राज्यों में रहने वाले प्रवासी अपने परिचितों की खैरियत जानने के लिए लगातार सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से जानकारी लेते रहे। व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों ने इस हादसे से संबंधित अपडेट्स साझा किए।
मुख्यमंत्री का घटनास्थल दौरा, दिल्ली में अपने सभी कार्यक्रम किये रद्द—
सोमवार को अल्मोड़ा जिले के सल्ट तहसील क्षेत्रांतर्गत मार्चुला के पास कूपी में हुई भीषण बस दुर्घटना में 36 व्यक्तियों की मृत्यु तथा 26 लोग घायल हुए हैं। इस दुःखद घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिवारजनों को दुख… pic.twitter.com/V3mvkahkkj
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घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर रामनगर के लिए रवाना हुए। रामदत्त जोशी सरकारी संयुक्त चिकित्सालय रामनगर पहुंचकर उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। सीएम धामी ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिये, इसके साथ ही उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित करने का निर्देश दिया। इस घटना से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए देहरादून डीएम सविन बंसल भी एक्शन में नज़र आये है.डीएम बंसल ने अल्मोड़ा बस दुर्घटना में घायलों की देखभाल के लिए उप-जिलाधिकारी को तैनात किया है.जिलाधिकारी ने घायलों के उपचार के लिए परिजनों से समन्वय एवं सम्पर्क के लिए उप-जिलाधिकारी ऋषिकेश को सम्पर्क अधिकारी नामित किया है. परिजन घायलों के उपचार एवं अन्य किसी भी जानकारी के लिए उप-जिलाधिकारी ऋषिकेश से सम्पर्क कर सकते हैं.
आगे की जांच और कार्रवाई—
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई बस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए घटना के मजिस्ट्रियल जाँच के दिए निर्देश। pic.twitter.com/tpzGLu6zt5
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उत्तराखंड सरकार ने इस हादसे के बाद मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं और कुमाऊं मंडल के आयुक्त को स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। साथ ही देहरादून डीएम को घटना की नियमित जानकारी देने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रशासन ने घायलों के परिजनों के समन्वय के लिए उप-जिलाधिकारी ऋषिकेश को भी संपर्क अधिकारी नियुक्त किया है।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में हुए इस बस हादसे ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। परिवारों की खुशियां मातम में बदल गई हैं यात्रियों से भरी बस का खाई में गिरना और उसमें 36 लोगों का मारा जाना एक बड़ी त्रासदी है। इस घटना ने एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक परिवहन की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।