उत्तराखंड हिमालय की चारधाम यात्रा शुरू होने में अब केवल आज का दिन शेष हैं। कल से गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल जायेंगे तो वहीं केदारनाथ के कपाट छह मई और बद्रीनाथ के कपाट आठ मई को खुल जायेंगे। इसके साथ ही यात्रा तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं।
चारों धाम के यात्रा पड़ावों पर होटल-ढाबा संचालक और धामों में पूजन आदि सामग्री के साथ व्यापारी अपनी दुकानों की सजावट में जुटे हैं। चारों धाम में बिजली, पानी और संचार व्यवस्था सुचारू हो चुकी है। चारों धामों में यात्रा को लेकर चहल-पहल शुरू हो गई है। इस बार चारधाम यात्रियों की लगातार आती बुकिंग को देखते हुए होटल व अन्य व्यवसायियों में खासा उत्साह है।
अब तक 3,56,148 यात्रियों ने चारधाम के लिए पंजीकरण कराया है। इनमें यमुनोत्री के लिए 59,395, गंगोत्री के लिए 61,403, केदारनाथ के लिए 1,28,696 और बदरीनाथ के लिए 1,03,692 यात्री शामिल हैं। जबकि, हेमकुंड के लिए पंजीकरण कराने वालों की संख्या 2962 है।
चारधाम के लिए यात्री पहले ही अपना शेड्यूल तय करने के साथ वाहन, होटल आदि की बुकिंग करा चुके हैं। चारों धाम में शुरुआती 45 दिन के लिए यात्रियों की संख्या तय करने के बाद चारधाम यात्रा की चुनौतियां बढ़ गई हैं। वहीं अनिवार्य पंजीकरण की शर्त, इसकी निगरानी और क्रियान्वयन में प्रशासन की मुश्किलें बढ़ना तय है।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर कहते हैं कि धर्मस्व विभाग की ओर से चार धाम में यात्रियों की संख्या निर्धारित कर दिए जाने के बाद अब पर्यटन विभाग भी यात्रियों के पंजीकरण के मद्देनजर अपने सॉफ्टवेयर में परिवर्तन कर रहा है। विभाग के पास केवल यात्रियों के पंजीकरण का जिम्मा है। अब ये व्यवस्था की जा रही है कि प्रतिदिन तय संख्या के आधार पर ही पंजीकरण हों।