घूमने के हैं शौकीन, तो जानें इन 7 खूबसूरत हिल स्टेशनों के बारे में—

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अगर आप घूमने के शौकीन हैं और आप भी उत्तराखंड में कोई ऐसी जगह तलाश रहे हैं, जो खूबसूरत होने के साथ-साथ सस्ती भी हो, तो आज हम आपको उन हिल स्टेशनों के बारे में बताते हैं, जहां आप अकेले और दोस्तों या फैमिली के साथ आराम से कम बजट में घूमने के लिए जा सकते हैं। बर्फ से ढके पहाड़ों और शांत परिदृश्य के बीच एक अनोखे अनुभव और मौज-मस्ती से भरी छुट्टियों के लिए उत्तरी भारत में कई नामी-गिरामी जगहों में से आईये जानते हैं कुछ ख़ास जगह—-

मसूरी—

चित्र साभार- https://uttarakhandtourism.gov.in/

यूँ तो उत्तराखंड में कई कई हिल स्टेशन हैं, जिनके बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे, लेकिन ये हिल स्टेशन ऐसा है, जिसकी जानकारी से शायद ही कोई अछूता हो, हम बात कर रहे हैं , उत्तर पूर्व और दक्षिण में भव्य दून घाटी और शिवालिक पर्वतमाला के कमांडिंग हिम पर्वतों के साथ मसूरी यानी जिसे  ‘पहाड़ियों की रानी’ कहा जाता है और यह हर साल कई पर्यटकों को प्रसिद्ध उत्तराखंड स्थलों की यात्रा के लिए आकर्षित करता है। ये हिल स्टेशन सर्दियों के दिनों में और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाता है, जब यहां की पहाड़ियां बर्फ की सफेद चादर से ढक जाती हैं। केम्प्टी फॉल्स, लंढौर क्लॉक टॉवर, लाल टिब्बा, गन हिल्स, लाइब्रेरी पॉइंट, सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस, क्लाउड्स एंड, लेक मिस्ट में बोटिंग यहां की कुछ देखने लायक जगह हैं, साथ ही यहां की मशहूर एक्टिविटी पैराग्लाइडिंग भी लोगों को बेहद पसंद आती है।

धनौल्टी—

चित्र साभार- https://uttarakhandtourism.gov.in/

ऊंचे हिमालय के बीच खूबसूरती से बसा यह शांत पहाड़ी शहर यात्रियों को कई तरह के अवसर प्रदान करता है। हिमालय की ऊंची चोटियों के बीच स्थित है धनोल्टी जो की मसूरी लोकप्रिय हिल स्टेशन से लगभग 60 किमी दूर है। यह जगह कैम्पिंग और अन्य एडवेंचर एक्टिविटीज प्रकृति प्रेमियों और रोमांच से प्यार करने वाले लोगों को बेहद भाति है। सुरकंडा देवी मंदिर, दशावतार मंदिर, देवगढ़ किला, एम्बर और धारा के इको-पार्क, बरेहीपानी और जोरांडा जलप्रपात, और आलू खेत यहां की कुछ देखने लायक जगह हैं।

चोपता—

चित्र साभार- https://uttarakhandtourism.gov.in/

चोपता को ‘भारत के स्विट्जरलैंड’ के रूप में जाना जाता है। चोपता हिमालय में सबसे कम खोजे जाने वाले गांवों में से एक है। 2,680 मीटर की ऊंचाई पर, यह तुंगनाथ और चंद्रशिला के प्रसिद्ध ट्रेक के लिए आधार बिंदु के रूप में कार्य करता है और उत्तराखंड में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। चोपता एक ऐसी जगह है जिसे आपको उत्तराखंड की यात्रा के दौरान बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहिए। यहां की पहाड़ियों और चोटियों के बीच की जाने वाली एडवेंचर एक्टिविटीज लोगों को स्वर्ग में घूमने जैसा अनुभव करा देती है। अगर आप ट्रैक करना ही चाहते हैं, तो यहां के तुंगनाथ ट्रैक को जरूर करें। कार्तिक स्वामी मंदिर, कोटेश्वर महादेव और तुंगनाथ मंदिर यहां की कुछ देखने लायक जगहों में आते हैं। यह त्रिशूल, नंदा देवी और चौखंभा चोटियों के माध्यम से राजसी पहाड़ों का कुछ अद्भुत 360 डिग्री पैनोरमा भी प्रदान करता है।

नैनीताल—

चित्र साभार- https://uttarakhandtourism.gov.in/

उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक और जोड़ों और परिवारों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है नैनीताल। ये प्रसिद्ध हिल स्टेशन समुद्र तल से 1,938 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहां आए दिन पर्यटक वीकेंड पर सबसे ज्यादा यहां घूमने के लिए आते हैं। नैनीताल प्रसिद्ध नैना मंदिर और नैनीताल झील के लिए जाना जाता है जो एक जंगली घाटी के बीच मौजूद है। राजभवन, नौका विहार सुविधाओं के साथ नैनी झील, टिफिन टॉप, नैनीताल चिड़ियाघर, नैना देवी मंदिर, हनुमान गढ़ी और रोपवे की सवारी यहां की कुछ देखने लायक जगह हैं।  घाटी में प्रसिद्ध नैनी झील के किनारे स्थितऔर चारों तरफ से पहाड़ों से घिरी हुई यह जगह प्रकृति के राजसी दृश्यों का आनंद देती है। इसके अलावा, नैनीताल में कुछ दिलचस्प पर्यटन स्थलों को देखने के लिए बहुत कुछ है। जिन्हें आपको एक बार जरूर और जरुर देखना चाहिए।

औली—

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नैसृगिक प्राकृतिक खूबसूरती के कारण औली हिल स्टेशन को भारत का ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहते हैं, जहां देश और विदेश से टूरिस्ट आते हैं। यह हिल स्टेशन बद्रीनाथ के रास्ते में स्थित है। गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में स्थित यह हिल स्टेशन सुमद्र तल से करीब 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां से टूरिस्ट कई पर्वत श्रृंखलाओं को देख सकते हैं। औली से पर्यटक नंदा देवी पर्वत, नागा पर्वत, डूंगगिरी, बीथरटोली, निकांत हाथी पर्वत और गोरी पर्वत को देख सकते हैं। गर्मियों में औली बड़ी तादाद में टूरिस्ट ट्रैकिंग के लिए आते हैं। यहां औली से जोशीमठ का ट्रेक सबसे लोकप्रिय है। बड़ी संख्या में स्कीइंग गतिविधि के लिए भी टूरिस्ट इस हिल स्टेशन की सैर करते हैं। यहां टूरिस्ट नवंबर से मार्च तक स्कीइंग कर सकते हैं। इसके अलावा, पर्यटक औली में पैराग्लाइडिंग भी कर सकते हैं। औली के पास कई तीर्थस्थल हैं जिनमें आदि गुरु शंकराचार्य की तपस्तली जोशीमठ, नंदप्रयाग और रुद्रप्रयाग है।  यहां एशिया की सबसे लंबी केबल कार है जो कि 4 किमी लंबी है। इस केबल कार में बैठकर पर्यटक औली के अद्भुत प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेते हैं और बर्फ से ढकी चोटियों के दृश्य देखते हैं। पर्यटक औली में सर्दियों और गर्मियों दोनों ही सीजन में जाते हैं। सर्दियों में यहां होने वाली बर्फबारी पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। देवदार और चीड़ के वृक्ष,सेब के बाग इस हिल स्टेशन की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं।

चकराता—

चित्र साभार- https://uttarakhandtourism.gov.in/

चकराता का छोटा और एकांत पहाड़ी शहर उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो शांत रहने और पहाड़ियों की सुंदरता का आनंद लेने के लिए जगह की तलाश में रहते हैं। ये उन ऑफबीट डेस्टिनेशन में आती है, जहां आपको सुकून और शांति दोनों मिलेंगे। यह निश्चित रूप से उत्तराखंड में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। पोस्टकार्ड आकार के घर, पृष्ठभूमि में चहचहाते पक्षियों के साथ शांत विचित्र पहाड़ियाँ – चकराता एक शांति प्रेमी के सपनों का गंतव्य है। यह निश्चित रूप से उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। चकराता गांव घूमने के लिहाज से बढ़िया जगह मानी जाती है। जौनसार-बावर का प्रमुख नगर या कह लें मुख्यालय चकराता, ब्रिटिश काल में बसाया गया एक महत्वपूर्ण कैंट है। चकराता उन खूबसूरत क्षेत्रों में शुमार है, जो अपनी परंपराओं और संस्कृति के कारण देश और दुनिया के लोगों को अपनी ओर खींचते हैं। समुद्र तल से 2118 मीटर की ऊंचाई पर यमुना और टोंस नदी के बीच चकराता 1886 में बसाया गया था। ये गांव दिल्ली से करीबन 330 किमी दूर है, यह एक छोटे और सुंदर पहाड़ी नगर के रूप में नजर आता है। रोजमर्रा की जिंदगी और महानगरों के शोर से दूर कुछ पल शांति से बिताने वालों के लिए यह खास ठिकाना है। वैसे, यदि आप कुदरती खूबसूरती के साथ-साथ रोमांचक खेलों का लुत्फ भी उठाना चाहते हैं तो इस लिहाज से यह एक आदर्श स्थल है। जौनसार-बावर का यह क्षेत्र यानी चकराता और इसके आसपास कैंपिंग, राफ्टिंग, ट्रेकिंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइंबिंग का आनंद उठा सकते हैं। यहां हर तरफ ऐतिहासिक, पुरातात्विक, सामाजिक और सांस्कृतिक वैभव बिखरा हुआ है। यमुना, टोंस व पावर नदी के बीच बसे जौनसार-बावर का इलाका 463 वर्ग मील में फैला हुआ है।

रानीखेत—

चित्र साभार- https://uttarakhandtourism.gov.in/

भारत के उत्तराखंड राज्य में मौजूद रानीखेत एक खूबसूरत पहाड़ी जगह है। यहां आप शांति के साथ अपनी फैमिली के साथ पार्टनर के साथ एक अच्छा क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं। प्रकृति से रूबरू होने के लिए रानीखेत सबसे अच्छा स्थान है। गौर हो कि रानीखेत को ‘रानी का मैदान’ के नाम से भी जाना जाता है, यहाँ के देवदार और बलूत के पेड़ इस जगह की खूबसूरती में चार-चांद लगा देते हैं। अगर आप शहरी जीवन की भागदौड़ से कुछ दूर प्रकृति में एक अच्छा समय बिताना चाहते हैं, तो आज ही रानीखेत घूमने की प्लानिंग कर लें। चारों तरफ पहाड़ और हरियाली आपका मन खुश कर देगी। रानीखेत एक आकर्षक हिल स्टेशन है जो कम भीड़-भाड़ वाला होने के साथ-साथ एक सस्ती जगह में घूमने के लिए बेस्ट जगह भी है। पर्यटक रानीखेत में लोकप्रिय गोल्फ कोर्स, चर्च को देखने के लिए दूर-दूर से यहां आते हैं। गोल्फ ग्राउंड, चौबटिया गार्डन, आशियाना पार्क यहां की कुछ मशहूर जगहों में आते हैं।

NOTE- यूँ तो उत्तराखंड में कई हिल स्टेशन हैं, जिनके बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे, और अगर हम सभी जगहों की बात करेंगे तो लेख ज्यादा लम्बा हो जायेगा  फिलहाल  हम  अभी के लिए  इसे यहीं  स्थगित करते हैं  और शीघ्र ही आपसे रूबरू होंगे, कुछ और रमणीय स्थलों के साथ किसी दूसरी कड़ी में —-

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