गौरतलब है कि पेयजल की दोनों एजेंसियों में असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियरों की भारी कमी है। खासतौर पर जेई के पद सबसे अधिक खाली हैं। इसका सीधा असर विभागीय कामकाज पर पड़ रहा है। जल निगम उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को जेई के 222 पद और असिस्टेंट इंजीनियर के 23 पदों पर भर्ती को प्रस्ताव भेज चुका है। जल संस्थान में एई के 25 और जेई के 75 पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए जल संस्थान मुख्यालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा। शासन में पेयजल विभाग की ओर से नई भर्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। सचिव पेयजल नितेश झा बताते हैं कि इंजीनियरों की कमी को दूर किया जा रहा है। नई भर्ती के साथ ही तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने को सिंचाई विभाग के इंजीनियरों से काम लिया जा रहा है। ताकि जल जीवन मिशन में दिक्कत न हो पाए और प्रदेश के बेरोजगार युवक इसका लाभ उठा सकें।
प्रदेश सरकार इन दिनों खाली पड़े पदों पर भर्ती के मिशन पर है खबर है कि बेरोजगारों को जल निगम और जल संस्थान में नौकरी का एक बड़ा मौका मिलने जा रहा है। पेयजल में इंजीनियरों के खाली पड़े 350 पदों पर जल्द भर्ती होने जा रही है । जल संस्थान में असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर के खाली पदों पर भर्ती का प्रस्ताव आयोग को भेजा जा रहा है वहीं जल निगम प्रस्ताव पहले ही भेज चुका है।