पिथौरागढ़ में बड़ा हादसा: नदी में गिरी जीप, आठ की मौत, तीन घायल
पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद में मंगलवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा मुवानी से बोकटा जा रही एक जीप के सुनी पुल के पास अनियंत्रित होकर नदी में गिर जाने के कारण हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा शाम के समय हुआ जब जीप संकरी सड़क पर अचानक असंतुलित हो गई और गहरी खाई में गिरते हुए नदी में जा समाई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया।
घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से नदी से निकालकर सड़क तक लाया गया और जिला अस्पताल पिथौरागढ़ भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। मरने वालों में दो स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। सभी मृतक बोकटा गांव के निवासी बताए जा रहे हैं।
हादसे से गांव में छाया मातम
इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। बोकटा गांव में मातम पसरा हुआ है। कई घरों में एक साथ चूल्हे नहीं जले। ग्रामीणों का कहना है कि जिस मार्ग पर हादसा हुआ वह काफी संकरा और खतरनाक है, जिसकी लंबे समय से मरम्मत नहीं हुई थी।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर शोक संदेश जारी किया। उन्होंने लिखा:
“जनपद पिथौरागढ़ के मुवानी क्षेत्र में वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगतों की आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं और सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
प्रशासन और पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
पुलिस और जिला प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों को तेजी से संचालित किया। अब तक की जानकारी के अनुसार शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को सूचित किया जा चुका है।
स्थानीय मांगें और सवाल
हादसे के बाद क्षेत्रीय लोगों में गहरी नाराजगी भी देखी जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि मुवानी-बोकटा मार्ग की स्थिति काफी खराब है और प्रशासन की अनदेखी के चलते यह जानलेवा साबित हो रहा है। लोगों ने सड़क की तत्काल मरम्मत और स्थायी समाधान की मांग की है।