सियासत, कोरोना काल और वीआईपी ट्रीटमेंट -पक्ष,विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप जारी  

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जंहा आज कोरोना काल में पूरा विश्व इस महामारी से ग्रसित है वहीँ उत्तराखंड में कोविड -19  को लेकर पक्ष-विपक्ष मौका मिलते इस मुद्दे पर एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगा रहे हैं। जहाँ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृद्येश को देहरादून के मैक्स अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया नहीं कराने का आरोप लगाते हुए सरकार पर निशाना साधा और 23 सितम्बर को होने वाले विधान सभा सत्र के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का मुद्दा उठाने के संकेत दिए। वहीँ भाजपा इस मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा सियासत करने का आरोप लगाती नज़र आती है।

प्रदेश कांग्रेस  मुख्यालय में सूर्यकान्त धस्माना (प्रदेश कांग्रेस  उपाध्यक्ष ) ने मीडिया से बातचीत में बताते हैं की- डॉ इंदिरा हृद्येश के मामले ने  स्वास्थ्य सुविधाओं और कोरोना से निपटने की सरकार तैयारियों की पोल खोल कर रख दी है। विपक्ष की नेता को इलाज़ के लिए दर-दर भटकने को मज़बूर होना पड़ा। डॉ इंदिरा हृद्येश के 50 वर्षीय लम्बे संसदीय जीवन में उत्तर प्रदेश में 30 वर्षों तक उच्च सदन की सदस्य रही हैं और उत्तराखंड में 10 वर्षों तक मंत्री रह चुकी हैं।  डॉ इंदिरा हृद्येश के साथ अस्पताल में ऐसा व्यवहार चौंकाने वाला है। ऐसे में आम आदमी को मिलने वाली सुविधा का अंदाज़ा लगाया जा सकता है”

वहीँ नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृद्येश की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद के घटनाक्रम और कांग्रेस के सरकार पर आरोपों पर भाजपा ने इसे कोरोना पर राजनीति कांग्रेस की राजनीति करना बताया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैथोला कहते हैं -“पूरी दुनिया कोरोना संकट से झूझ रही है। राज्य सरकार इस चिंता में है कि जनसामान्य को कोरोना संकट से कैसे बचाया जाए। इसके लिए तमाम कदम उठाये जा रहे है। इसके विपरीत कांग्रेस सियासत पर उतारू है। जिस प्रकार से कांग्रेस अपने आला नेताओं के कोरोना पॉजिटिव आने पर अस्पताल और प्रशासन की व्यवस्थाओं को लेकर बयान दे रही है वह  उनके आचरण को दिखाता है। भाजपा के आला नेताओं के साथ-साथ मंत्री और विधायक भी कोरोना संक्रमित हए  मगर सभी ने कोविड -19 की गाइड लाइन का पालन किया। साथ हि उन्होंने कहा की कोरोना के लिए कोई वीआईपी नहीं है, संक्रमण किसी को भी हो सकता है” 
बता दें की बीते शुक्रवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद इंदिरा हृद्येश कराया को  हल्द्वानी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया इसके बाद  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर उन्हें एयर एम्बुलेंस के जरिये शनिवार को देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया ,मगर वहां सिंगल रूम की व्यवस्था नहीं होने के चलते वह नाराज़ थी उसके बाद उन्हें रात में ही बल्लूपुर चौक स्तिथ सिनर्जी में सिफ्ट किया गया। रविवार को उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

सरकार के प्रवक्ता व् कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक बताते हैं की- “डॉ इंदिरा हृद्येश की इच्छा देखते हुए उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती करने के लिए ले जाया गया है सरकार ने उनके लिए एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की” 


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