आफत बनकर बरस रही बरसात, मद्महेश्वर में फंसे यात्री, रेस्‍क्‍यू जारी

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उत्तराखंड में बरसात भारी कहर बरपा रही है, देर रात्रि रुद्रप्रयाग मदमहेश्वर घाटी में अत्यधिक बारिश से ग्राम गौंडार के बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल बहने के कारण सम्पर्क मार्ग टूट जाने से वहां पर लगभग 100 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गये। जिला प्रशासन द्वारा  68 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।

यमुना नदी के उदगम में अतिवृष्टि के कारण यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर को भारी नुकसान हुआ है। मदमहेश्वर घाटी में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से मोरखंडा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर बनातोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल नदी की तेज धाराओं में समा गया है। जिससे मदमहेश्वर धाम में तीर्थयात्री फंस गए हैं।

प्रशासन की टीम रेस्क्यू करने में जुट गई है। मद्महेश्वर में फंसे यात्रियों को हेली से रेस्क्यू किया जा रहा है। अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी के निर्देशन पर एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस बल सहित जिला प्रशासन की टीमों को मौके पर रवाना किया गया। जिलाधिकारी स्वयं मौके पर पूरे रेस्क्यू की निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर- 8958757335, 01364 233727। जिला प्रशासन की ओर से फूड पैकेट्स भी वितरित किए जा रहे हैं।

खबर लिखे जाने तक जानकारी है कि 68 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। जिसमें उत्तर प्रदेश के 27 लोग, दिल्ली के आठ, दो लोग आंध्र प्रदेश, एक तेलंगाना, एक गुजरात के श्रद्धालु हैं। वहीं 12 स्थानीय एवं उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से आए पर्यटन इसमें शामिल हैं। बता दें कि विगत वर्ष 14 अगस्त 2023 को मोरखंडा नदी में 70 के दशक में बना लोहे का गार्डर पुल मोरखंडा नदी की तेज धाराओं में समा गया था।


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