सीमांत उत्तराखंड में नेपाल की स्थिति को लेकर सुरक्षा बढ़ाई गई, सीएम धामी ने की समीक्षा बैठक
देहरादून, 10 सितंबर 2025: नेपाल में बढ़ते राजनीतिक तनाव और हिंसक प्रदर्शन के बीच उत्तराखंड सरकार ने अलर्ट जारी कर दी है। हाल ही में नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत कई मंत्रियों के इस्तीफे के बाद उत्पन्न स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीमा सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सशस्त्र सीमा बल (SSB), पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल रहे।
नेपाल से लगी उत्तराखंड की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं विशेष रूप से संवेदनशील मानी जा रही हैं। पिथौरागढ़, चंपावत और उधम सिंह नगर जिले नेपाल से सटे हैं, जहां से दोनों देशों के नागरिक व्यापार, रोजगार व पारिवारिक रिश्तों के तहत आवाजाही करते हैं। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने बताया कि सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में काली नदी और अन्य संवेदनशील स्थानों पर नियमित गश्त और सघन तलाशी अभियान जारी है।
सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नेपाल से सटी सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए। किसी भी असामाजिक या उत्पाती तत्व की गतिविधि पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी बारीकी से नजर रखने का आदेश दिया गया, ताकि अफवाह, भ्रामक सूचनाओं और उकसाने वाले पोस्ट पर त्वरित कार्रवाई की जा सके। जिला प्रशासन को केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों एवं एसएसबी के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए भी कहा गया है।
सीएम ने कहा, “नेपाल के साथ हमारे गहरे सांस्कृतिक और पारिवारिक संबंध हैं। इसलिए जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए संयमित और सौहार्दपूर्ण व्यवहार बनाए रखना आवश्यक है।” उन्होंने ग्रामीणों, ग्राम समितियों, पुलिस बल और वन विभाग के अधिकारियों को सामूहिक भागीदारी से सीमांत क्षेत्रों की निगरानी व्यवस्था को सशक्त करने के निर्देश दिए।
नेपाल में 8 और 9 सितंबर को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, सरकारी भवन और मंत्रियों के आवास पर पथराव व आगजनी की। पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल की पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्राकर की भी हिंसा में जलकर मौत हो गई। इसके चलते केपी शर्मा ओली को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
उत्तराखंड सरकार की यह सक्रियता इस बात की गवाही देती है कि वे पड़ोसी देश की संवेदनशील परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रही है। वर्तमान समय में विशेष सतर्कता के साथ सीमा पार से आने-जाने वाले हर प्रकार के गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।