देहरादून, 21 मई 2025 | द माउंटेन स्टोरीज़
उत्तराखंड खेल विभाग ने राज्य के चार प्रमुख शहरों में फैले खेल परिसरों को एकीकृत कर नया स्वरूप दे दिया है। मंगलवार को खेल मंत्री रेखा आर्य ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि ‘स्पोर्ट्स लिगेसी प्लान’ के तहत अब इन परिसरों को एक नई पहचान दी जा रही है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के खेल ढांचे को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सुदृढ़ बनाना है।
देहरादून बना ‘रजत जयंती खेल परिसर’
राजधानी देहरादून के रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और अन्य सभी खेल अवस्थापनाओं को मिलाकर अब इसे ‘रजत जयंती खेल परिसर’ के नाम से जाना जाएगा।
हल्द्वानी को मिली ‘मानसखंड खेल परिसर’ की पहचान
गौलापार हल्द्वानी में स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, हॉकी ग्राउंड, तरण ताल, मल्टीपरपज हॉल समेत सभी खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को अब ‘मानसखंड खेल परिसर’ नाम दिया गया है।
रुद्रपुर में ‘शिवालिक खेल परिसर’ का गठन
रुद्रपुर में मनोज सरकार स्टेडियम, साइक्लिंग वेलोड्रोम और अन्य खेल सुविधाओं को एकीकृत कर ‘शिवालिक खेल परिसर’ के रूप में नया नामकरण किया गया है।
हरिद्वार बना ‘योगस्थली खेल परिसर’
हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित वंदना कटारिया हॉकी स्टेडियम, मल्टीपरपज हॉल, तरण ताल और अन्य अवस्थापनाएं अब ‘योगस्थली खेल परिसर’ के नाम से पहचानी जाएंगी।
स्पोर्ट्स लिगेसी प्लान के तहत बड़े बदलाव की तैयारी
खेल मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत राज्य के खेल परिसरों में आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। साथ ही, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोचों की नियुक्ति कर खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में देश के अन्य राज्यों के खेल ढांचे का अध्ययन कर एक सर्वश्रेष्ठ मॉडल तैयार किया गया है, जिसमें स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) की भी मदद ली जा रही है।
इस बड़े बदलाव को उत्तराखंड सरकार की खेल नीति के नए युग की शुरुआत माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य राज्य के उभरते खिलाड़ियों को बेहतर माहौल और संसाधन उपलब्ध कराना है।