सरकार स्कूल खोलने को लेकर अभी अनिश्चय की स्थिति में है। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार और इस पर काबू पाने की कोशिशों के बीच प्रदेश सरकार हर कदम फूंक फूंक कर उठा रही है।
सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक कहते हैं कि “कोरोना संक्रमण का आंकलन किया जा रहा है उसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा”
वे कहते हैं कि “केंद्र ने सभी शैक्षिक संस्थानों को 30 सितंबर तक बंद रखने की व्यवस्था दी है, 21 सितंबर से जिला प्रशासन की अनुमति से स्कूल को खोलने और अभिवावकों की सहमति से छात्रों के स्कूल आने की रियायत दी है। वर्तमान में स्कूल ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं, इसलिए यह इतना भी जरूरी नही”
वहीं प्राइवेट स्कूलों की भी अभी इस पर तैयारी नज़र नही आती कुछ निजी स्कूल को छोड़कर वे अभी स्कूल खोलने को लेकर सहमत नज़र नही हैं। प्रिंसिपल प्रोग्रेसिव स्कूल के अध्यक्ष प्रेम कश्यप एक दैनिक समाचार पत्र के माध्यम से कहते हैं- “सितंबर से स्कूल खोलने के पक्ष में ज्यादा लोग नही हैं। 60 प्रतिशत स्कूल संचालक फिलहाल पढ़ाई को ऑनलाइन रखना चाहते हैं”
गौरतलब है कि 21 सितंबर से स्कूल खोलने को लेकर अनलॉक-4 के तहत केंद्र सरकार ने स्कूलों को 50 फीसदी शिक्षक और कार्मिको को गाइडलाइन अनुसार शर्तों के साथ अनुमति दी है। इसके साथ ही 9वीं स्व 12वीं कक्षा तक के छात्रों शिक्षकों से गाइडेन्स लेने के लिए आने की छूट भी है।