उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को आखिरकार 17वें दिन टनल से बाहर सही सलामत निकाल लिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद एम्बुलेंस के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में शिफ्ट किया गया। एक के बाद एक करके मजदूरों को निकालने में करीब 45 मिनट का समय लगा। सभी जवानो को एनडीआरएफ के जवानों द्वारा सुरंग से बाहर निकाला गया। अच्छी बात यह रही की सभी श्रमिक स्वस्थ हैं, जिन्हें तुरंत बाद एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी भी रेस्क्यू साइट पर तमाम समय मौजूद रहे।सरकार का कहना है कि मज़दूरों के बचाव अभियान में राज्य और केंद्र सरकार की एजेंसियों के साथ ही सेना, विभिन्न संगठन और विश्व के नामी टनल विशेषज्ञ शामिल थे। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, आरवीएनएल, एसजेवीएनएल, ओएनजीसी, आईटीबीपी, एनएचएआईडीसीएल, टीएचडीसी, उत्तराखंड राज्य शासन, जिला प्रशासन, भारतीय थल सेना, वायुसेना समेत तमाम संगठनों, अधिकारियों और कर्मचारियों की अहम भूमिका रही।