देहरादून में प्रतिबंधित नस्ल के कुत्तों का आतंक: रॉटविलर के हमले में बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से घायल, मालिक गिरफ्तार
देहरादून, उत्तराखंड/ शहर में स्टेटस सिंबल बन चुके प्रतिबंधित और खतरनाक नस्लों के कुत्तों को पालना अब आम जनता के लिए खतरे का सबब बनता जा रहा है। ताजा मामला किशनपुर क्षेत्र का है, जहां दो आक्रामक रॉटविलर कुत्तों ने एक बुजुर्ग महिला पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी रोष है और नगर निगम व पुलिस प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं।
हमले में घायल हुईं कौशल्या देवी, अस्पताल में भर्ती
रविवार सुबह करीब चार बजे मंदिर जा रही 70 वर्षीय कौशल्या देवी पर अचानक दो पालतू रॉटविलर नस्ल के कुत्तों ने हमला बोल दिया। गंभीर रूप से घायल कौशल्या देवी को तत्काल श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस हमले ने शहर में प्रतिबंधित नस्लों के कुत्तों को पालने के बढ़ते चलन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बिना लाइसेंस पाल रखे थे खतरनाक कुत्ते, मालिक गिरफ्तार
कौशल्या देवी के बेटे उमंग निर्वाल की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर पहले कुत्तों के मालिक मोहम्मद जैद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, जांच में सामने आया कि यह कुत्ते वास्तव में नफीस अहमद के थे, जिसने तीन साल पहले ये कुत्ते जैद से खरीदे थे।
राजपुर थाना पुलिस ने सोमवार को नफीस अहमद को गिरफ्तार कर लिया। जांच में यह भी सामने आया कि नफीस के पास इन कुत्तों को पालने के लिए नगर निगम का कोई वैध लाइसेंस नहीं है। पुलिस ने नफीस से उसके सहसपुर स्थित फार्म हाउस और किशनपुर में स्थित मकान से जुड़े दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं।
स्थानीय निवासियों में आक्रोश, एसएसपी से की मुलाकात
इस घटना के बाद किशननगर क्षेत्र के स्थानीय निवासी एसएसपी अजय सिंह से मिले और उन्होंने बताया कि इन कुत्तों से पूर्व में भी कई लोग घायल हो चुके हैं। जब भी इनकी शिकायत की जाती थी, मालिक लोगों को धमकाकर चुप करा देता था। अब लोगों ने एसएसपी से कुत्तों के मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
एसएसपी का बयान: 112 पर दें सूचना, होगी सख्त कार्रवाई
एसएसपी अजय सिंह ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाएगा। अगर कोई भी व्यक्ति बिना लाइसेंस के खतरनाक नस्ल के कुत्तों को पालता है या उन्हें खुला छोड़ता है, तो भारतीय दंड संहिता की धारा 291 (बिना लगाम पालतू पशु को घुमाना) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी किसी भी घटना की सूचना लोग 112 पर दें या नगर निगम को संबंधित माध्यमों से अवगत कराएं।
केंद्रीय सरकार की गाइडलाइन की खुलेआम अवहेलना
गौरतलब है कि भारत सरकार ने 23 खतरनाक नस्लों के कुत्तों को पालने पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बावजूद देहरादून जैसे शहरों में इन कुत्तों को स्टेटस सिंबल समझकर पाला जा रहा है, जो कि आम जनता की सुरक्षा के लिए सीधा खतरा बन चुके हैं।
डिस्क्लेमर: यह खबर स्थानीय पुलिस रिपोर्ट, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और नगर निगम की जानकारी पर आधारित है। इसमें प्रस्तुत सभी तथ्य विश्वसनीय और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों से लिए गए हैं। खबर का उद्देश्य जनहित में सतर्कता और जागरूकता फैलाना है।